Yamunanagar जिले के छछरौली कस्बा में आखिरकार बादल बरस ही गए। करीब आधे घंटे की बारिश से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली, वहीं दूसरी तरफ प्रशासन की नाकामी की तस्वीर भी सामने आई हैं। शहर में नाले ब्लॉक होने की वजह से नेशनल हाईवे पर पानी जमा हो गया जिससे दुकानदार दुकान छोड़कर आसपास हो गए।
मानसून सीजन से पहले यमुनगनगर जिला प्रशासन ने कई बड़े दावे किए थे। लेकिन आज वह दावे पानी में ही डूब गए। यमुनानगर जिले के छछरौली कस्बा में करीब आधे घंटे बारिश से आम लोगों को काफी राहत मिली। इस मूसलाधार बारिश से छछरौली शहर से बाहर निकलने वाला नाला ब्लॉक हो गया। जिसके कारण नेशनल हाईवे पर कई फीट पानी जमा हो गया है।
पिछले 10 सालों से नहीं बदली यह तस्वीर
वही नेशनल हाईवे पर हालात यह हो गए की आसपास की दुकानों और खोके में अंदर पानी घुस गया। जिस कारण दुकानदार इतने परेशान हुए कि वह दुकान छोड़कर आसपास चले गए। पीड़ित दुकानदारों का कहना है। कि पिछले 10 साल से यह तस्वीर नहीं बदली है। हर साल मानसून सीजन में यहां पानी जमा होता है। लेकिन प्रशासन इस तरफ बिलकुल ध्यान नहीं देता। हमें मजबूरन यहां काम करना पड़ रहा है। इससे हमारे काम पर भी काफी असर पड़ता है। इस जमा हुए पानी में कई तरह की बीमारियां फैलने का भी डर बना रहता है। हम चाहते हैं कि प्रशासन समय-समय पर यहां साफ सफाई करता रहे। ताकि पानी जमा ना हो।
तो दूसरी तरफ सड़क में गहरे गड्ढे बने हुए है। जिससे यहां हादसा होने का डर रहता है। हालांकि यह तस्वीर पहली नहीं है। यहां हर साल मानसून सीजन में पानी जमा होता है। हर बार प्रशासन यहां अस्थाई बंदोबस्त कर चला जाता है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं करता। यह हाईवे जगाधरी से पोंटा साहिब हिमाचल और उत्तराखंड की सड़क को जोड़ता है। जिस पर ट्रैफिक काफी रहता है।