पिछले कुछ महीनों से जम्मू कश्मीर में आतंकी घटनाओं की वृद्धि ने पूरे देश को गुस्से में डाल दिया है। इस बीच, क्रेंदीय गृह मंत्रालय ने शनिवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए BSF के डीजी नितिन अग्रवाल और स्पेशल डीजी वाईबी खरानिया को उनके पद से हटा दिया है। मंत्रालय ने दोनों अधिकारियों को उनके मूल कैडर में वापस भेज दिया है।
केंद्र सरकार ने इस फैसले का कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया है, जिससे सवाल उठ रहे है। केंद्रीय मंत्रालय ने डीजी बीएसएफ के पद पर तैनात नितिन अग्रवाल को केरल कैडर में और स्पेशल डीजी वाईबी खरानिया को ओडिशा कैडर में वापस भेज दिया है। नितिन अग्रवाल का मूल कैडर केरल है और वाईबी खरानिया का ओडिशा।
अचानक हटाने का कारण?
सरकार की ओर से इस मुद्दे पर कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया गया है कि नितिन अग्रवाल को क्यों हटाया गया। हालांकि, यह माना जा रहा है कि जम्मू सेक्टर में घुसपैठ में मामलों में वृद्धि के कारण यह कदम उठाया गया है।
बीएसएफ की भूमिका
जम्मू-कश्मीर में अंतराष्ट्रीय सीमा और एलओसी के कुछ हिस्सों की सुरक्षा बीएसएफ के जिम्मे है। घुसपैठ के मामलों में वृद्धि के चलते बीएसएफ के कामकाज पर सवाल उठ रहे है। नितिन अग्रवाल को केरल कैडर में और वाईबी खरानिया को ओडिशा में भेजा गया है, जहां वे अब सबसे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी होंगे। इसके अलावा, सीआरपीएफ के स्पेशल डीजी का पद अमित मोहन प्रसाद को दिया गया है।