अपराजिता महिला एवं बाल पश्चिम बंगाल आपराधिक कानून संशोधन विधेयक मंगलवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा से पारित हो गया। विपक्ष के पूर्ण समर्थन के साथ बलात्कार रोधी विधेयक सर्वसम्मति से पारित हो गया। बहरहाल सदन ने विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी द्वारा विधेयक में प्रस्तावित पीड़िता की मौत होने या उसके स्थायी रुप से अचेत अवस्था में चले जाने की सूरत में ऐसे दोषियों के लिए मृत्यदंड के प्रावधान का प्रस्ताव किया गया है। इशके अतिरिक्त, मसौदे में प्रस्ताव किया गया है कि बलात्कार और सामूहिक बलात्कार के दोषी व्यक्तियों को आजीवन कारावास की सजा दी जाए, और उन्हें पेरोल की सुविधा न दी जाए।
भारतीय न्याय संहिता 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम 2012 के तहत प्रासंगिक प्रावधान में संशोधन की मांग करने वाला विधेयक सभी उम्र के पीड़ित पर लागू होगा। विधेयक के तहत, बलात्कार और हत्या के मामलों में दोषियों को उम्रकैद की सुनाई जाएगी। इसका मतलब है कि उन्हें अपना पूरा जीवन जेल में बिताना होगा। महज कुछ सालों के बाद छोड़ा नहीं जाएगा। इसमें आर्थिक दंड का प्राधान भी होंगे।
बिल में बलात्कार से संबधित जांच पूरी करने की समय सीमा को दो महीने से घटाकर 21 दिन करने का प्रस्ताव है। इसके अलावा ऐसे मामलों में आरोप पत्र तैयार होने के एक महीने के भीतर फैसला सुनाने का वादा भी किया गया है। विधेयक में ऐसे मामलों में अदालती कार्यवाही से संबंधित कोई जानकारी प्रकाशित करता है या पीड़िता की पहचान उजागर करता है, तो उसे तीन से पांच साल कैद की सजा हो सकती है।
क्या कुछ बदलाव करने जा रही है Mamta बनर्जी सरकार?
Mamta बनर्जी ने कहा,.. मैंने प्रधानमंत्री को दो पत्र लिखे थे, लेकिन मुझे उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिला। लेकिन मैंने महिला एवं बाल विकास मंत्री की तरफ से जवाब मिला, लेकिन मैंने उनके जवाब का भी जवाब देकर प्रधानमंत्री को अवगत कराया। जब चुनाव से पहले जल्दबाजी में न्याय संहिता विधेयक पारित किया गया था। तब मैंने कहा था कि इस बारे में राज्यों से कोई सलाह नहीं ली गई, इसे राज्यसभा, विपक्ष, सभी दलों से चर्चा करके पारित करें, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इसलिए आज हम यह विधेयक ला रहे हैं.. आप याद रखें जिस तरह से आपने मेरा अपमान किया है, हमने कभी उस तरह प्रधानमंत्री का अपमान नहीं किया है..
शुरु से मांग रहे फांसी की सजा
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री Mamta बनर्जी ने कहा डॉक्टर की मौत 9 अगस्त को हई.. मैंने मृतक डॉक्र के माता- पित से उसी दिन बात की जिस दिन घटना हुई, उनके घर जाने से पहले सारा ऑडियो, वीडियो, सीसीटीवी फुटेज सब कुछ दिया गया ताकि उन्हें सब पता चल सके। मैंने उनसे साफ कहा कि मुझे रविवार तक का समय दें अगर हम तब तक सभी को गिरफ्तार नहीं कर पाए तो मैं खुद सोमवार को इसे सीबीआई को सौंप दूंगी। पुलिस ने 12 घंटे में मुख्य आरोपी को पकड़ लिया, मैंने पुलिस से कहा कि फास्ट ट्रैक कोर्ट में जाएं और फांसी की सजा के लिए आवेदन करें लेकिन मामला सीबीआई को दे दिया गया। अब हम सीबीआई से न्याय मांग रहे है। हम शुरु से ही फांसी की सजा की मांग कर रहे है।