Birender Singh

Birender Singh ने भाजपा पर साधा निशाना, कहा- पार्टी लीडरशिप को उभरने नहीं देती

जींद विधानसभा चुनाव

पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी Birender Singh और उनके बेटे बृजेंद्र सिंह उचाना विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी को अपना समर्थन देने के लिए बलराम कटवाल जो कि पिछली बार उचाना विधानसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी थे। उन्होंने खुले मंच से अपने कार्यकर्ताओं सहित बृजेंद्र सिंह को समर्थन दिया और कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने का आश्वासन दिया। इस मौके पर बलराम कटवाल के बेटे अभिजीत कटवाल भी मौजूद रहे। बृजेंद्र सिंह ने और बीरेंद्र सिंह ने बलराम कटवाल का अभार व्यक्त किया।

वहां पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए बीरेंद्र सिंह ने भाजपा पर खुलकर निशान साधा। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि बहुत ही अनुभवी और वरिष्ठ कांग्रेस के नेता जिन्होंने पिछली बार उचाना से विधानसभा का चुनाव लड़ा था। बलराम कटवाल और अब जो बृजेंद्र सिंह अभी कांग्रेस के उम्मीदवार हैं उनके लिए आज कार्यकर्ताओं के साथ समर्थन दिया है कांग्रेस का वोट बैंक बहुत ज्यादा बढ़ा है। स्वामी आदित्यावेश भी आर्य समाज के काफी प्रभावित युवा नेता है, उन्होंने भी कल समर्थन दिया था। मेरे राजनीतिक जीवन में पहला अवसर है।

मनोहर लाल को उखाड़कर फेंक दिया

लोग खुद कांग्रेस पार्टी के लिए आगे बढ़कर चुनाव लड़ रहे है, जिससे उचाना क्षेत्र में बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। इस चुनाव में पिछली योजना के तहत देखा जाए तो अभी तक मैंने 42 साल तक उचाना में ऐसा नहीं देखा था जो अब देखने को मिल रहा है। कांग्रेस के साथ निरंतर जो जनता है वह जुड़ रही है। भारतीय जनता पार्टी से लोगों को नुकसान हुआ है इसलिए लोग भारतीय जनता पार्टी को हराना चाहते हैं। अनिल विज सीएम दावेदारी करने पर चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी लीडरशिप को उभरने का मौका नहीं देती, उन्होंने मनोहर लाल को उखाड़कर फेंक दिया।

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अनिल विज की कही पूछ नहीं हुई

इसी तरह अनिल विज की कोई कहीं पर पूछ नहीं हुई ना इनको किसी मंत्रिमंडल में लिया गया। भारतीय जनता पार्टी कभी भी नेता को बड़ा नेता नहीं बनने देता। वसुंधरा राजे राजस्थान की दो बार चीफ मिनिस्टर रह चुके हैं और इतना बड़ा चेहरा थी, उनको हटाकर भजन लाल शर्मा को मुख्यमंत्री बना दिया। प्रतिभाओं को उभरने के लिए मौका देना एक अलग बात है। जिनका वर्चस्व है राजनीति में उनका अपने जीवन में इस चीज को वह खतरा मान लेते हैं कि कहीं वह बड़ा नेता न बन जाए उनको हटाना बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण रहा है। इस पार्टी के अंदर विचारों की अभिव्यक्ति और आगे बढ़ाने की अभिव्यक्ति को हमेशा नकारा जाता है।

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