हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी के भीतर आपसी आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। टिकट बंटवारे से नाराज कांग्रेस सांसद सैलजा के बाद अब उनके गुट के नेताओं ने भी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। असंध सीट से चुनाव हारने वाले पूर्व विधायक शमशेर सिंह गोगी ने कांग्रेस की हार का दोष हुड्डा पर मढ़ा है।
गोगी का कहना है कि “हरियाणा में हुड्डा कांग्रेस की हार हुई है, कांग्रेस की नहीं।” उन्होंने कहा कि करनाल की रैली के सारे इंतजाम उन्होंने किए थे, लेकिन हुड्डा ने भाषण में उनका नाम तक नहीं लिया। गोगी ने हुड्डा पर एक बिरादरी की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि “कभी एक बिरादरी की सरकार नहीं बनती, सबको साथ लेकर चलना पड़ता है।”
गोगी ने हार का कारण बताया हिंदू-सिख मुद्दा
जब गोगी से उनकी हार का कारण पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि चुनाव से ठीक दो दिन पहले भाजपा ने इसे हिंदू-सिख मुद्दा बना दिया, जिसने चुनावी समीकरण बदल दिए। उन्होंने यह भी कहा कि दलितों के अपमान का मुद्दा प्रदेशभर में फैल गया, जिससे पार्टी को नुकसान हुआ। हालांकि, सैलजा गुट से होने के बावजूद दलितों ने उन्हें वोट नहीं दिया।
2306 वोटों से मिली हार
हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा ने 48 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को 37 सीटों पर संतोष करना पड़ा। असंध सीट से कांग्रेस उम्मीदवार शमशेर सिंह गोगी को 2306 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। गोगी ने अपनी हार के लिए भूपेंद्र हुड्डा को जिम्मेदार ठहराते हुए हरियाणा कांग्रेस में बदलाव की मांग की।