Haryana में SP लेवल के IPS अधिकारी पर महिला पुलिसकर्मियों के यौन शोषण के आरोपों की जांच अब लेडी ADGP को सौंपी गई है। इसके लिए सरकार ने ADGP ममता सिंह की Leading में विशेष जांच टीम (SIT) बनाई है। SP के बाद अब आरोपी DSP और महिला SHO का भी जींद से बाहर ट्रांसफर कर दिया गया है।
महिला पुलिसकर्मियों ने इस मामले को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी को चिट्ठी लिखी है। 3 पन्नों की चिट्ठी के बाद यह मामला सुर्खियों में आया है। यौन शोषण मामले की यह चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस पर 7 महिला पुलिसकर्मियों के साइन भी हैं।
चिट्ठी में आरोप लगाया गया है कि IPS ऑफिसर ने एक महिला पुलिस अधिकारी से मिलकर शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाब बनाया। साथ ही ऐसा नहीं करने पर वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (ACR) खराब करने की धमकी तक दी। महिला पुलिसकर्मियों ने घटना के बारे में महिला DSP को भी बताया, लेकिन उन्होंने कहा कि आगे बढ़ना है तो यह सब करना पड़ेगा।
इससे पहले हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने मामले का संज्ञान लेते हुए आईपीएस अधिकारी को छुट्टी पर भेजने की मांग की थी ताकि जांच प्रभावित न हो। हालांकि सरकार ने एसपी को जिले से हटाकर रेलवे में भेज दिया।
वायरल चिट्ठी में किस पर लगे कौन से आरोप
- महिला पुलिसकर्मियों ने चिट्ठी में लिखा था कि मैं एक महिला पुलिसकर्मी हूं और अपना काम ईमानदारी से करती हूं। मेरे जिले में तैनात IPS अधिकारी सुंदर महिला पुलिस कर्मचारियों पर गंदी नजर रखते हैं।
- महिला पुलिसकर्मियों ने चिट्ठी ने लिखा था कि मैने महिला SHO मैडम को अंदर की बात बताई तो वह भड़क गईं और कहने लगी अफसरों को कोऑपरेट करना पड़ता है। मैडम की यह बात सुन मैं रोते हुए SP आवास से बाहर निकल गई। फिर मैंने यह बात महिला DSP मैडम को बताई। DSP ने भी कहा कि प्रमोशन के लिए अफसरों को कोऑपरेट करना पड़ता है।
- महिला पुलिसकर्मियों ने चिट्ठी ने लिखा था कि महिला थाने की SHO मेरे पीछे पड़ गई और मेरी ACR खराब करने की धमकियां देकर मानसिक रूप से टॉर्चर करने लगी। SHO के पुलिस अधिकारी के साथ नाजायज संबंध है और SHO ने एक गिरोह बनाया हुआ है, जिसमें कई युवतियां शामिल हैं। यह अमीर घर के लड़कों पर फर्जी केस दर्ज करवाते हैं और फिर लाखों रुपए लेकर समझौते करवाते हैं। इस खेल में SHO, DSP और SP तीनों मिलकर काम कर रहे हैं।