हरियाणा में शीतकालीन सत्र 13 नवंबर से शुरू हो रहा है। इस बार शीतकालीन सत्र बिना नेता विपक्ष के ही चल सकता है। इसके संकेत 9 नवंबर यानी आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने रोहतक में प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिए। हुड्डा से जब कांग्रेस विधायक दल का नेता चुने जाने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि हमने प्रस्ताव पास करके दे रखा है। जो भी फैसला होगा, पार्टी करेगी।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में चुनाव के बाद ही इसका फैसला होगा। अभी सब लोग महाराष्ट्र के चुनाव में व्यस्त हैं। बाकी जो भी होगा पार्टी हाईकमान तय करेगा। जब हुड्डा से बिना नेता प्रतिपक्ष के विधानसभा सत्र चलने को लेकर सवाल किया गया तो हुड्डा ने कहा कि विपक्ष में हम हैं। 37 विधायकों का मजबूत विपक्ष है। अभी तो विधानसभा सत्र बिना प्रश्नकाल के हो रहा है।
बता दें कि कांग्रेस की हार के बाद भूपेंद्र हुड्डा को नेता विपक्ष बनाने का विरोध किया जा रहा है। सांसद कुमारी सैलजा के ग्रुप से पंचकूला के विधायक चंद्रमोहन बिश्नोई को यह पद देने की मांग की जा रही है। इसके अलावा हुड्डा ग्रुप से भी विधायक अशोक अरोड़ा का नाम आगे बढ़ाया जा रहा है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि विधानसभा चुनाव में हार के बाद हलकों में मीटिंग कर कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाएंगे। हम चुनाव हारे हैं, लड़ाई नहीं, आगे मजबूती से लड़ाई लड़ेंगे। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मेहनत से चुनाव लड़ा। रिजल्ट अच्छा आया, वोट प्रतिशत बराबर रहा। हार के कारणों को लेकर करण दलाल के नेतृत्व में कमेटी बनाई गई है।