खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ Arsh डल्ला हाल ही में Canada के हॉल्टन में हुई शूटिंग के मामले में गिरफ्तार होने की खबरों के बाद चर्चा में है। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। पंजाब और भारत की सुरक्षा एजेंसियां लंबे समय से इस वांटेड अपराधी को पकड़ने की कोशिश में लगी हैं।
कौन है अर्श डल्ला?
अर्श डल्ला, 28 वर्षीय खालिस्तानी आतंकी, मूल रूप से मोगा जिले के डाला गांव का रहने वाला है। उसके पिता चरणजीत सिंह गिल एक किसान थे। अर्श ने मोगा में 10वीं तक की पढ़ाई की, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण उसे सरकारी स्कूल में जाना पड़ा। दोस्ती और संगत बदलने के बाद वह अपराध की राह पर चल पड़ा।
अर्श का गैंगस्टर से आतंकवादी बनने का सफर
12वीं के बाद अर्श ने पढ़ाई छोड़ दी और दोस्तों के साथ झगड़ों में शामिल हो गया। उसकी पहली एफआईआर मोगा में हुई। इसके बाद वह विदेश गया, लेकिन वहां से मोगा लौटकर गैंगस्टर सुक्खा लम्मा की हत्या कर डाली। इस हत्याकांड के बाद उसने लोगों से उगाही करनी शुरू कर दी। फिरौती के पैसों से अर्श कनाडा भाग गया, जहां उसकी मुलाकात खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर से हुई। इसके बाद अर्श डल्ला ने KTF में शामिल होकर भारत में कई आपराधिक गतिविधियां चलाईं।
परिवार पर भी संगीन आरोप
अर्श के पिता चरणजीत सिंह ने भी बेटे की आतंकवादी छवि का फायदा उठाकर लोगों से उगाही शुरू कर दी थी। पुलिस द्वारा पकड़े जाने के बाद चरणजीत सिंह फिलहाल संगरूर जेल में बंद है। अर्श के छोटे भाई बलदीप सिंह और उसकी मां भी कनाडा भाग चुके हैं।
भारत में कई मामले दर्ज, रेड कॉर्नर नोटिस जारी
NIA ने 2022 में अर्श डल्ला को आतंकी घोषित किया और उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया। पंजाब पुलिस के अनुसार, उसके खिलाफ 70 से अधिक मामले दर्ज हैं, जिसमें से 50 से अधिक पंजाब में हैं।