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DUSU चुनाव: NSUI ने 7 साल बाद प्रेजिडेंट पोस्ट पर कब्जा,  ABVP ने वाइस प्रेजिडेंट और सेक्रेटरी पद जीते

दिल्ली Education

DUSU (दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ) चुनाव 2024 के नतीजे आ गए हैं। नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) ने 7 साल बाद बड़ी जीत दर्ज करते हुए अध्यक्ष (प्रेजिडेंट) और संयुक्त सचिव (जॉइंट सेक्रेटरी) पद पर कब्जा जमाया है। वहीं, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने उपाध्यक्ष (वाइस प्रेजिडेंट) और सचिव (सेक्रेटरी) पद अपने नाम किए।

चुनाव नतीजे: देखिए विजेताओं की सूची

अध्यक्ष (प्रेजिडेंट)

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NSUI के रौनक खत्री ने 20,207 वोटों से जीत दर्ज की।

ABVP के ऋषभ चौधरी को 18,864 वोट मिले।

उपाध्यक्ष (वाइस प्रेजिडेंट)

ABVP के भानु प्रताप ने 24,166 वोटों से जीत दर्ज की।

NSUI के यश नांदल को 15,404 वोट मिले।

सचिव (सेक्रेटरी)

ABVP की मित्रविंदा कर्णवाल ने 16,703 वोटों से जीत दर्ज की।

NSUI की नम्रता जेफ मीणा को 15,236 वोट मिले।

संयुक्त सचिव (जॉइंट सेक्रेटरी)

NSUI के लोकेश ने 21,975 वोटों से जीत दर्ज की।

ABVP के अमन कपासिया को 15,249 वोट मिले।

जानिए हर राउंड का अपडेट

15वें राउंड के बाद स्थिति

अध्यक्ष: रौनक खत्री (15728 वोट) आगे, ऋषभ चौधरी (14552 वोट) पीछे।

उपाध्यक्ष: भानु प्रताप (17734 वोट) आगे, यश नांदल (12299 वोट) पीछे।

सचिव: मित्रविंदा कर्णवाल (13076 वोट) आगे, नम्रता जेफ मीणा (12124 वोट) पीछे।

संयुक्त सचिव: लोकेश (17067 वोट) आगे, अमन कपासिया (11774 वोट) पीछे।

11वें राउंड के बाद स्थिति

अध्यक्ष: रौनक खत्री (11340 वोट), ऋषभ चौधरी (10706 वोट)।

उपाध्यक्ष: भानु प्रताप (12532 वोट), यश नांदल (9001 वोट)।

सचिव: मित्रविंदा कर्णवाल (9455 वोट), नम्रता जेफ मीणा (8890 वोट)।

संयुक्त सचिव: लोकेश (12483 वोट), अमन कपासिया (8422 वोट)।

चुनाव की खास बातें

इस चुनाव में NSUI की बड़ी वापसी हुई है। कांग्रेस समर्थित छात्र संगठन ने अध्यक्ष और संयुक्त सचिव पद पर जीत दर्ज की, जो पिछले 7 वर्षों से नहीं हो पाया था।

ABVP की पकड़ बरकरार

उपाध्यक्ष और सचिव पद पर जीत से संगठन की मजबूती दिखी। बता दें कि दूसरे राउंड के बाद कुछ समय के लिए मतगणना रोकनी पड़ी। NSUI ने हर घंटे EVM डेटा साझा करने की मांग की, लेकिन मामला सुलझा और गिनती फिर शुरू हुई।

चुनाव का संघर्ष

शुरुआती राउंड से ही NSUI और ABVP के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली। यह चुनाव दिल्ली यूनिवर्सिटी कैंपस में राजनीतिक माहौल का संकेत है, जहां छात्र राजनीति के दो बड़े संगठन अपनी-अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश में जुटे हैं।

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