Haryana के सिरसा से कांग्रेस विधायक गोकुल सेतिया की बीजेपी से नजदीकियां बढ़ने से राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। यह घटनाक्रम तब से शुरू हुआ, जब 21 नवंबर को सिरसा में आयोजित मेडिकल कॉलेज के उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सैनी ने सेतिया को विशेष तवज्जो दी। इस कार्यक्रम में सेतिया ने मंच से सैनी की जमकर तारीफ की, जिससे उनके भाजपा के प्रति बढ़ते रुझान की खबरें और पुख्ता हो गईं।
29 नवंबर को, सेतिया ने सिरसा में मंत्री अनिल विज के पैर छुए और उनकी गाड़ी में बैठकर भी गए। इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया कि क्या गोकुल सेतिया भाजपा से जुड़ने की योजना बना रहे हैं। इसी दिन, गुरुग्राम में आयोजित एक शादी में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के पैर छूने के बाद इस संबंध में अटकलें और तेज हो गईं।
क्या सेतिया बनेंगे भाजपा के नए चेहरा?
गोकुल सेतिया की भाजपा से बढ़ती नजदीकियों को देखकर कांडा बंधुओं की चिंता बढ़ गई है। 2019 में, सेतिया ने गोपाल कांडा को विधानसभा चुनाव में साढ़े 7 हजार वोटों से हराया था। कांडा परिवार की राजनीतिक स्थिति अब कमजोर होती नजर आ रही है, क्योंकि सेतिया की भाजपा के नेताओं से बढ़ती बैठकें और उनका प्रशंसा के बोल इस ओर इशारा कर रहे हैं कि वे भाजपा के साथ खड़े हो सकते हैं।
सेतिया का बयान – “मैंने अच्छा काम किया तो तारीफ की”
इस बढ़ती नजदीकी पर सवाल उठाए जाने पर गोकुल सेतिया ने कहा कि उन्होंने कभी पार्टीबाजी नहीं की। उन्होंने कहा कि अच्छे काम की तारीफ करना उनका फर्ज है और मुख्यमंत्री नायब सैनी की सिरसा को मेडिकल कॉलेज जैसी बड़ी सौगात देने के लिए उन्होंने उनकी तारीफ की।
क्या गोकुल सेतिया सच में भाजपा के साथ सियासी गठबंधन करने जा रहे हैं? या यह सिर्फ चुनावी चाल है? इस बढ़ती नजदीकी के बाद सिरसा में भाजपा और कांग्रेस के बीच की सियासी जंग अब और दिलचस्प होने वाली है।