Haryana के Hisar जिले के हांसी-1 ब्लॉक पंचायत समिति की चेयरपर्सन नीलम रानी के खिलाफ 30 में से 26 सदस्य एकजुट हो गए हैं। सभी सदस्यों ने चेयरपर्सन को हटाने की मांग की है। मंगलवार को ये सदस्य एडीसीसी जयश्रद्धा से मिले और अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया शुरू करने का आग्रह किया। एडीसी ने जल्द मीटिंग की तारीख तय करने का आश्वासन दिया।
करीब दो साल पहले नाटकीय घटनाक्रम के बीच नीलम रानी को चेयरपर्सन चुना गया था। तब सभी सदस्य हरिद्वार चले गए थे और बाद में चुनाव के दौरान नीलम रानी को कांग्रेस का समर्थन मिला। अब, भाजपा सरकार के तीसरी बार सत्ता में आने के बाद, सदस्य चेयरपर्सन को हटाने की कोशिश कर रहे हैं।
सदस्यों की नाराजगी:
ब्लॉक समिति सदस्य सावन सिंह ने बताया कि चेयरपर्सन पर विकास कार्यों में कोताही बरतने और भ्रष्टाचार के आरोप हैं। उन्होंने कहा, “हमारे क्षेत्र में लगातार कामों की अनदेखी हो रही है। घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है, और चेयरपर्सन ना मेंबर्स की सुन रही हैं और ना ही वाइस चेयरमैन की।”
जिला परिषद चेयरमैन पर भी संकट:
हिसार जिला परिषद के चेयरमैन सोनू सिहाग डाटा के खिलाफ भी अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी हो रही है। 30 में से 24 पार्षदों ने उनके खिलाफ एकजुट होकर एडीसी से मुलाकात की। हालांकि, एडीसी ने कहा कि वह सक्षम अधिकारी नहीं हैं, और यह निर्णय डीसी लेंगे।
डीसी की अनुपस्थिति के कारण पार्षदों को 25 दिसंबर तक इंतजार करना होगा। चेयरमैन को हटाने के लिए 21 पार्षदों का समर्थन चाहिए, जबकि उनके बचाव के लिए 11 का समर्थन जरूरी है। हालांकि, 23 पार्षदों का एकजुट होना चेयरमैन के लिए चुनौतीपूर्ण स्थिति पैदा कर रहा है। चेयरमैन ने कुछ कांग्रेस और अन्य 6-7 पार्षदों का समर्थन होने का दावा किया है।
हांसी ब्लॉक पंचायत समिति और जिला परिषद दोनों में नेतृत्व संकट गहराता जा रहा है। दोनों मामलों में, सदस्यों और पार्षदों ने नेतृत्व में बदलाव की मांग की है, जिससे आने वाले दिनों में राजनीतिक हलचल और बढ़ने की संभावना है।