Gurugram पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड और हरियाणा राज्य CSR ट्रस्ट के बीच एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए गए। यह कार्यक्रम PWD रेस्ट हाउस, गुरुग्राम में आयोजित किया गया। गुरुग्राम के सेक्टर 14 स्थित राजकीय महिला कॉलेज में पावर ग्रिड व हरियाणा सी एस आर के बीच हुए एमओयू के जरिए 100 बिस्तरों वाले गर्ल्स हॉस्टल और शिक्षण ब्लॉक का निर्माण किया जाएगा और विभिन्न आईटी, चिकित्सा, संगीत उपकरणों की आपूर्ति की जाएगी।
परियोजना की मुख्य विशेषताएं:
- गर्ल्स हॉस्टल और शिक्षण ब्लॉक का निर्माण:
- गुरुग्राम के सेक्टर 14 स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय में 100 बिस्तरों वाले गर्ल्स हॉस्टल और 40 कमरों वाले शिक्षण ब्लॉक का निर्माण किया जाएगा।
- सुविधाओं का विस्तार:
- पहल के तहत विभिन्न आईटी, चिकित्सा और संगीत उपकरण भी प्रदान किए जाएंगे।
- अनुमानित लागत:
- इस परियोजना की कुल लागत लगभग ₹20.37 करोड़ आंकी गई है।
इस प्रोजेक्ट पर अनुमानित 20 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे
पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड और हरियाणा राज्य CSR ट्रस्ट के बीच जो MOU साइन हुआ है, इस प्रोजेक्ट पर अनुमानित 20 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस MOU के माध्यम से, गुरुग्राम के सेक्टर 14 में राजकीय महिला महाविद्यालय में 100 बिस्तरों वाला गर्ल्स हॉस्टल और 40 कमरों का शिक्षण ब्लॉक बनाया जाएगा। इसके अतिरिक्त, पहल के तहत विभिन्न आईटी, चिकित्सा और संगीत उपकरण प्रदान किए जाएंगे। इस परियोजना की अनुमानित लागत ₹20.37 करोड़ है।
महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना
इस CSR पहल का उद्देश्य बेटियों के लिए बेहतर शैक्षणिक सुविधाएं प्रदान करना और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। यह महिला-केंद्रित CSR प्रयास बेटियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने और प्रोफेशनल करियर बनाने में सहायता करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के मंत्र के साथ बेटियों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर केन्द्रीय राज्य मंत्री गुरुग्राम सांसद राव इंद्रजीत सिंह ,टीम हरियाणा के कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह, गुरुग्राम के विधायक मुकेश शर्मा, पटौदी से विधायक बिमला चौधरी, सोहना से विधायक तेजपाल तंवर सहित अन्य सम्मानित प्रतिनिधि जन एवं मुख्य अधिकारी उपस्थित रहे।
उद्देश्य:
इस CSR पहल का मुख्य उद्देश्य बेटियों को बेहतर शैक्षणिक सुविधाएं प्रदान करना और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। यह प्रयास छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने और अपने प्रोफेशनल करियर की दिशा में प्रोत्साहित करेगा।
पहल के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बेटियां उच्च गुणवत्ता की शिक्षा और सुविधाओं का लाभ उठाकर आत्मनिर्भर बनें।