हरियाणा के Panipat में एक सरपंच और युवती के बीच चल रहे हनीट्रैप मामले ने नया मोड़ ले लिया है। मामले में युवती को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था, जहां उसकी तबीयत बिगड़ गई। उसे दौरा पड़ने पर पहले जेल में प्राथमिक उपचार दिया गया, लेकिन हालात गंभीर होने पर सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
अस्पताल में भर्ती होने के बाद युवती ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। उसने डॉक्टरों को बताया कि गुरुग्राम में उसके साथ गैंगरेप हुआ है और पुलिस उसका मेडिकल कराने से इनकार कर रही है। उसने दावा किया कि पुलिस ने उसे झूठे केस में फंसाया है और जिस युवक को उसका दलाल बताया जा रहा है, वह उसे जानती तक नहीं।
युवती के आरोप और पुलिस का पक्ष
युवती के अनुसार, पुलिस ने उसके खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की है और उसे आरोपी साबित करने की कोशिश की जा रही है। वहीं, पुलिस का कहना है कि युवती ने कभी कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई और उसे सबूतों के साथ हनीट्रैप में पकड़ा गया है।
कैसे फंसा सरपंच?
करनाल के एक सरपंच ने शिकायत में बताया कि करीब दो महीने पहले इंस्टाग्राम के जरिए उसकी एक युवती से दोस्ती हुई थी। धीरे-धीरे दोनों मिलने लगे। 21 दिसंबर को सरपंच ने युवती को गुरुग्राम ले जाने की पेशकश स्वीकार कर ली। वहां एक किराए के कमरे में दोनों ने सहमति से रात बिताई।
पलटा खेल, हुई ब्लैकमेलिंग
अगले दिन लौटते वक्त युवती ने टोल प्लाजा पर अपनी सहेली और एक युवक को बुला लिया। उन्होंने सरपंच की कार की चाबी छीन ली और उसे मॉडल टाउन थाने ले गए। वहां युवती के साथियों ने सरपंच पर रेप केस की धमकी देकर 10 लाख रुपए की मांग की। डर से सरपंच ने 5 लाख रुपए का इंतजाम कर दिया, जिसके बाद आरोपी भाग निकले।
पुलिस का जाल और गिरफ्तारी
सरपंच ने तुरंत पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने जाल बिछाकर युवती और उसके एक साथी को 3 लाख रुपए लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। मामले के अन्य तीन आरोपियों की तलाश जारी है।
सस्पेंस बरकरार
अस्पताल में भर्ती युवती के गंभीर आरोप और पुलिस की कार्रवाई में विरोधाभास ने मामले को और पेचीदा बना दिया है। क्या युवती का गैंगरेप का दावा सही है? या यह महज हनीट्रैप का हिस्सा है? पुलिस अब मामले की गहराई से जांच कर रही है।







