रविवार को चंडीगढ़ यूथ कांग्रेस ने महंगाई, मालिकाना हक और अमेरिका से भारतीयों की डिपोर्टेशन के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी कांग्रेस ऑफिस से भाजपा कार्यालय कमलम की ओर नारेबाजी करते हुए बढ़ रहे थे, लेकिन पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक लिया।
जब प्रदर्शनकारियों ने आगे बढ़ने की कोशिश की, तो पुलिस ने पहले उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। स्थिति बिगड़ते देख पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। इसके बावजूद जब प्रदर्शन जारी रहा, तो पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
यूथ कांग्रेस के कई नेता हिरासत में
प्रदर्शन के दौरान यूथ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक लुबाना, उपाध्यक्ष सचिन गालव, कांग्रेस उपाध्यक्ष गुरप्रीत गाबी और डिप्टी मेयर तरुणा मेहता के पति यादविंद्र मेहता समेत 15 कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया। बाद में कई नेताओं को छोड़ दिया गया, लेकिन लुबाना और गालव अब भी हिरासत में हैं।

“हमें जबरदस्ती रोका गया” – दीपक लुबाना
हिरासत में लिए गए यूथ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक लुबाना ने आरोप लगाया कि वे भाजपा कार्यालय के घेराव के लिए शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन प्रशासन ने उनके साथ धक्का-मुक्की की और लाठीचार्ज किया। उन्होंने कहा कि उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष का अब तक कुछ पता नहीं है और प्रशासन विरोध को दबाने की कोशिश कर रहा है।

“ये कांग्रेस की हार की बौखलाहट” – मेयर हरप्रीत कौर
वहीं, चंडीगढ़ की मेयर हरप्रीत कौर ने इस प्रदर्शन को कांग्रेस की हताशा करार दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की करारी हार और कांग्रेस का खाता तक न खुलने से पार्टी बौखला गई है। कांग्रेस के पास अब कोई ठोस मुद्दा नहीं बचा, इसलिए महंगाई को बहाना बनाया जा रहा है।