Delhi दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार का सामना करने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को अपने सभी हारे हुए प्रत्याशियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में चुनावी हार के कारणों की समीक्षा के साथ-साथ आगे की रणनीति पर चर्चा की गई।
केजरीवाल ने बढ़ाया हौसला, दी नई जिम्मेदारी
बैठक में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया भी मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि केजरीवाल ने हारने वाले प्रत्याशियों को निराश न होने की सलाह दी और उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के दौरान पूरा सरकारी तंत्र, धनबल और बाहुबल का इस्तेमाल किया गया, फिर भी आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों ने पूरी ताकत से चुनाव लड़ा।
केजरीवाल ने सभी नेताओं और प्रत्याशियों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में जनता के बीच सक्रिय रहें, उनकी समस्याओं का समाधान करें और विपक्षी दलों के जनप्रतिनिधियों की जवाबदेही तय करने के लिए काम करें। खासतौर पर उन क्षेत्रों में ध्यान केंद्रित करने को कहा गया जहां से बीजेपी के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है।
देशभर में प्रसार की तैयारी
इस बैठक का एक और अहम नतीजा यह रहा कि आम आदमी पार्टी अब अपने प्रत्याशियों को सिर्फ दिल्ली तक सीमित नहीं रखेगी, बल्कि पार्टी के विस्तार के लिए पूरे देश में भेजेगी। मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमारे प्रत्याशियों ने चुनावी मैदान में बेहतरीन अनुभव हासिल किया है। अब यह अनुभव देशभर में पार्टी के प्रसार के लिए काम आएगा।
हार के कारणों की समीक्षा जारी
आप की इस महत्वपूर्ण बैठक में चुनावी हार के पीछे की वजहों पर चर्चा की गई। पार्टी नेतृत्व ने कहा कि वे पूरी गंभीरता से इसकी समीक्षा कर रहे हैं और अगले चुनावों में इसे दोहराने से बचने के लिए जरूरी कदम उठाएंगे। इस बैठक में यह साफ कर दिया गया कि आम आदमी पार्टी चुनावी हार से निराश नहीं है, बल्कि इसे एक सीख के रूप में लेते हुए और मजबूत होकर उभरने की तैयारी में है।