हरियाणा के Faridabad की तिगांव विधानसभा से कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने ललित नागर ने पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि फरीदाबाद में देश की सबसे पुरानी पार्टी को मेयर तो क्या, पार्षद के उम्मीदवार भी नहीं मिल रहे हैं। इस बयान के बाद कांग्रेस की तैयारियों पर सवाल उठने लगे हैं। इससे पहले, दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार पर भी उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा था कि देश की सबसे पुरानी पार्टी दिल्ली में एक भी सीट नहीं जीत सकी और 67 सीटों पर ज़मानत ज़ब्त करवा बैठी।
फरीदाबाद में कांग्रेस मेयर पद के लिए अपना उम्मीदवार नहीं तय कर पाई है, जबकि पार्टी ने 8 नगर निगमों के उम्मीदवार पहले ही घोषित कर दिए हैं।
ललित नागर का कांग्रेस से संबंध
ललित नागर, जो कि भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के करीबी रहे हैं, 2014 में कांग्रेस के टिकट पर तिगांव विधानसभा से विधायक बने थे। हालांकि, 2024 में कांग्रेस ने उनका टिकट काट दिया और ललित नागर ने पार्टी से दूरी बना ली। उनका जन्म 15 अप्रैल 1965 को तिगांव के बुआपुर गांव में हुआ था और उन्होंने 2005 में किसान कांग्रेस से राजनीति में कदम रखा था। 2014 में कांग्रेस ने उन्हें तिगांव से अपना उम्मीदवार बनाया और उन्होंने भाजपा के राजेश नागर को हराकर जीत हासिल की।
कांग्रेस में उम्मीदवार चयन का इंतजार
कांग्रेस के फरीदाबाद नगर निगम चुनाव के इंचार्ज, नूंह से विधायक आफताब अहमद ने जानकारी दी कि मेयर उम्मीदवार का नाम आज शाम तक घोषित किया जाएगा। सभी नेताओं की सहमति के बाद उम्मीदवार का चयन किया गया है।
नगर निगम चुनाव की तारीखें
नगर निगम चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 17 फरवरी है, और 11 फरवरी से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई थी। भाजपा की तरफ से मेयर उम्मीदवार घोषित प्रवीण जोशी ने अभी तक नामांकन नहीं भरा है। कांग्रेस भी आज अपने उम्मीदवार का नाम घोषित करने वाली है, और सोमवार को दोनों पार्टियां अपने उम्मीदवारों का नामांकन दाखिल करेंगी।