Haryana के निकाय चुनावों के बीच कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। हिसार से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कुमारी सैलजा के कट्टर समर्थक माने जाने वाले रामनिवास राड़ा ने BJP का दामन थाम लिया। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब नामांकन वापसी का आखिरी दिन था, जिससे सियासी माहौल और गर्मा गया है।
चंडीगढ़ में बीजेपी जॉइनिंग, हिसार में नया खेल
बुधवार सुबह राड़ा चंडीगढ़ के लिए रवाना हुए थे, जहां मुख्यमंत्री आवास पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने उन्हें बीजेपी की सदस्यता दिलाई। इसके बाद राड़ा ने नामांकन वापसी का ऐलान किया और BJP उम्मीदवार प्रवीण पोपली का समर्थन करने की घोषणा कर दी।
हुड्डा गुट से नाराजगी, बागी तेवर और BJP में एंट्री
रामनिवास राड़ा की भाजपा में जाने की अटकलें तभी से लग रही थीं जब उन्होंने कांग्रेस से बगावत कर चुनाव लड़ने का मन बनाया था। 16 फरवरी को समर्थकों की बैठक में उन्होंने रायशुमारी की थी और अंतिम समय में नामांकन भरा था। इस बीच पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने उन्हें चेतावनी भी दी थी कि अगर वह अलग चुनाव लड़े तो कांग्रेस से बाहर कर दिए जाएंगे।
विधानसभा चुनाव में हार और हुड्डा पर आरोप
राड़ा पहले भी कांग्रेस के टिकट पर दो बार चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन दोनों बार हार गए। 2019 में निर्दलीय प्रत्याशी सावित्री जिंदल से हार के बाद उन्होंने खुलकर आरोप लगाए थे कि हुड्डा गुट ने उन्हें हराने की साजिश रची। उन्होंने भूपेंद्र हुड्डा, सांसद जयप्रकाश, कांग्रेस नेता बजरंग दास गर्ग, बीर सिंह ख्याली समेत कई नेताओं पर जिंदल का समर्थन करने का आरोप लगाया था।