हरियाणा के Panipat जिले के गांव मनाना की पूर्व महिला सरपंच, सुनीता देवी, के कार्यकाल के दौरान हुए गबन का खुलासा हुआ है। यह गबन उस समय सामने आया जब विकास कार्यों के रिकॉर्ड की ऑडिट करने पहुंची टीम ने जांच की। सुनीता देवी का सरपंच के रूप में कार्यकाल 2016 से 2021 तक था, और वर्तमान में वह हाल ही में हुए चुनाव में हार गईं।
ऑडिट टीम रूटीन जांच के दौरान विकास कार्यों के कागजी दावों का सत्यापन करने आई थी, जिसमें 41.38 लाख रुपये के गबन का पता चला। महिला सरपंच ने विकास कार्यों के नाम पर यह गबन किया था। इस गबन के बारे में गांव के संदीप राठी ने जिला प्रशासन से शिकायत की है, जिसमें उन्होंने ब्याज सहित रकम की रिकवरी और आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की है।

गबन के प्रमुख मामले:
- 25.25 लाख का नुकसान
ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व सरपंच ने कृषि योग्य भूमि को बहुत कम दरों पर पट्टे पर दिया, जिससे सरकारी खजाने को 25.25 लाख रुपये का नुकसान हुआ। पंचायत द्वारा की गई बोली प्रक्रिया में अनियमितताएं पाई गईं, जिससे सरपंच ने अपने चहेतों को फायदा पहुंचाया। - मस्टर रोल पर 4.49 लाख का भुगतान
सरपंच द्वारा मस्टर रोल पर बिना किसी हस्ताक्षर के 92 मजदूरों को 4.49 लाख रुपये का भुगतान किया गया। यह भुगतान बिना डीडीओ अधिकारी के प्रमाणन के हुआ था, जिससे भुगतान प्रक्रिया में अनियमितता सामने आई। - 98 हजार की अनियमित खरीद
ग्राम पंचायत मनाना के रिकॉर्ड की जांच से यह भी सामने आया कि स्ट्रीट पोल और लाइट की आपूर्ति और निर्माण कार्य में 98 हजार रुपये का खर्च किया गया, जो नियमों के खिलाफ था। यह कार्य बिना उचित निविदा प्रक्रिया और विभाग की मंजूरी के किया गया। - नियमों का उल्लंघन करते हुए नकद रखी रकम
पानीपत की इस पूर्व सरपंच ने निर्धारित सीमा से अधिक नकद अपने पास रखा। रिपोर्ट में पाया गया कि सरपंच के पास 29 हजार से 75 हजार रुपये की अनियमित नकदी रखी जाती थी, जिससे 20,575 रुपये का ब्याज हानि हुई।
आगे की कार्रवाई:
अब, महिला सरपंच को इन गबनों और अनियमितताओं के लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा। जिला प्रशासन ने संदीप राठी की शिकायत पर जांच शुरू कर दी है, और उम्मीद है कि मामले में उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।