Gurugram में पुलिस ने 4.97 करोड़ रुपए की ठगी के मामले में इंडसइंड बैंक के बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर आदित्य चतुर्वेदी समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी बैंक के ग्राहकों को लालच देकर उनके खाते खरीदते थे और फिर दोगुना पैसा लेकर ठगों को बेचने का काम करते थे। पुलिस ने इस मामले में एक कस्टमर को भी पकड़ा है, जिसने खातों की बिक्री की थी।
स्मार्ट ठगी का तरीका:
एसीपी साइबर क्राइम, प्रियांशु दीवान ने बताया कि ठगी के इस मामले में पुलिस काफी समय से जांच कर रही थी। इसमें दिल्ली के महेंद्र पार्क रानी बाग के निवासी अविनाश शर्मा और उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर जिले के आदित्य चतुर्वेदी का नाम सामने आया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को उनके घरों से गिरफ्तार किया।
जांच में सामने आया कि अविनाश शर्मा का बैंक खाता ठगी के लिए प्रयोग किया गया था। आरोपी आदित्य चतुर्वेदी ने अविनाश से यह खाता 25 हजार रुपए में खरीदा था। आदित्य ने एक व्यक्ति से संपर्क कर बचत खाते के लिए 10 हजार और करंट अकाउंट के लिए 50 हजार रुपए देने का प्रलोभन लिया था। इसके बाद वह इस खाता खोलने का काम करता था।
अविनाश शर्मा के खाता पर दर्ज कई मामले:
अविनाश के बैंक खाते पर देश के 10 राज्यों में ठगी के 12 मामले दर्ज हैं, जिनमें जम्मू कश्मीर, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, असम और महाराष्ट्र शामिल हैं।
अब तक, गुरुग्राम पुलिस ने 27 पुलिस अधिकारियों को इस सिंडिकेट के संबंध में गिरफ्तार किया है, और जांच जारी है।
अगला कदम:
एसीपी प्रियांशु दीवान ने बताया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि इस सिंडिकेट में और कौन लोग शामिल हैं।