लोकसभा चुनाव में 5 सीटें गंवाने के बाद BJP उन वर्गों पर फोकस कर रही है, जो उससे दूर हो गए हैं। इसमें सबसे बड़ा वर्ग कर्मचारियों का है, जो सरकार से नाराज हैं। उनकी मांगों को लेकर संबंधित विभागों के मंत्री लगातार बातचीत कर रहे हैं।
अब सरकार हरियाणा कौशल विकास निगम (HKRN) के तहत काम कर रहे 1.18 लाख कर्मचारियों को राहत देगी। इन कर्मचारियों को अपने गृह जिले में भेजा जाएगा, जिससे वे अपने परिवार के पास रह सकेंगे और बाहर रहने का खर्च भी कम होगा। HKRN के तहत ज्यादातर कैटेगरी में वेतन 30 हजार से ज्यादा नहीं है, हालांकि कुछ कैटेगरी का वेतन इससे ज्यादा भी है।
HKRN का खोला पोर्टल
राज्य सरकार ने HKRN का पोर्टल खोल दिया है, जिस पर कर्मचारियों से ट्रांसफर के लिए उनकी च्वाइस पूछी जा रही है। यह प्रक्रिया पूरी होने पर उन्हें रिक्त पदों के अनुसार ट्रांसफर किया जाएगा। सरकार तीन महीने के अंदर इन कर्मचारियों को उनके गृह जिले में भेज देगी, क्योंकि सितंबर मध्य से अक्टूबर में विधानसभा चुनाव के कारण आचार संहिता लागू हो जाएगी।
HKRN में 1.05 लाख कर्मचारी पहले ही ट्रांसफर हो चुके हैं, जबकि 13 हजार से ज्यादा नए भर्ती हुए हैं। नए कर्मचारियों ने हरियाणा में किसी भी जगह जॉइन कर ली थी, लेकिन अब वेतन कम होने से उन्हें दिक्कतें आ रही हैं। इसलिए उन्हें राहत दी जा रही है। विधानसभा चुनाव से पहले सरकार विभागों में भी बंपर भर्तियां करेगी, जिसके लिए सभी विभागों से पदों का ब्योरा मांगा गया है।
सरकार कर्मचारियों को मनाने के लिए पूरा जोर लगा रही है। शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने शिक्षकों के संगठनों के साथ बैठक कर उनकी मांगें सुनी हैं। इसके अलावा नाराज अन्य वर्गों को संतुष्ट करने का भी प्रयास किया जा रहा है। जिसमें परिवार पहचान पत्र, गरीबों को 100 वर्ग के प्लाट, और शहरों में रजिस्ट्री शामिल हैं।