हरियाणा के नूंह(Nuh) जिले में पिछले साल हुई हिंसा के बाद आज फिर से तनावपूर्ण माहौल है। यहां पांडवकालीन शिव मंदिरों में कर्फ्यू जैसी स्थिति में ब्रजमंडल यात्रा(Braj Mandal Yatra) निकाली जा रही है। यह यात्रा नलहड़ेश्वर मंदिर(Nalhadeshwar temple) में जलाभिषेक के बाद शुरू हुई, जिसमें 3 घंटे की देरी हुई थी। साधु-संतों और श्रद्धालुओं का काफिला पुलिस की गाड़ियों के साथ फिरोजपुर झिरका के झिरकेश्वर मंदिर(Jhirkeshwar temple) पहुंच चुका है।
इस यात्रा की शुरुआत नलहड़ेश्वर मंदिर से जलाभिषेक के साथ हुई। इसके बाद यात्रा फिरोजपुर झिरका के झिरकेश्वर मंदिर पहुंची। वहां जलाभिषेक के बाद यात्रा पुन्हाना के सिंगार श्रृंगेश्वर महादेव मंदिर(Shringeshwar Mahadev temple) के लिए रवाना हो गई। यह यात्रा कुल 80 किलोमीटर लंबी है और प्रशासन ने इसके लिए 5 घंटे का समय तय किया है। हिंसा की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने आज शाम 6 बजे तक नूंह में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। नूंह में 2 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है और अरावली की पहाड़ियों की ड्रोन के जरिए निगरानी की जा रही है। यात्रा के दोनों तरफ से पुलिस ने सुरक्षा कवर दिया है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो सके।
ऑल इंडिया इमाम ऑर्गेनाइजेशन के चेयरमैन डॉ. इमाम उमेर अहमद इलियासी ने कहा कि पिछली बार की हिंसा की वजह से मुस्लिम समुदाय पर दाग लगा था। उन्होंने कहा कि इस यात्रा को सफल बनाकर यह दाग धोने का अच्छा मौका है। मुस्लिम समुदाय के लोग जगह-जगह यात्रा का स्वागत कर रहे हैं और हिंदू-मुस्लिम भाईचारे के नारे भी लगाए जा रहे हैं। नलहड़ेश्वर मंदिर से शुरू हुई ब्रजमंडल यात्रा फिरोजपुर झिरका के प्राचीन शिव मंदिर पहुंच चुकी है। वहां साधु-संतों ने भगवान शिव का जलाभिषेक किया। इसके बाद यात्रा पुन्हाना के सिंगार के शिव मंदिर पहुंचकर संपन्न होगी।