Haryana में भ्रष्टाचार का एक और मामला सामने आया है, जिसमें प्रदेश के तहसील और पटवारी कार्यालयों में 404 दलाल सक्रिय पाए गए हैं। यह खुलासा राजस्व विभाग की तरफ से जारी 20 जनवरी के एक सीक्रेट लेटर से हुआ है, जिसमें बताया गया कि यह दलाल तहसीलदार और नायब तहसीलदार के नाम पर काम कराने के बदले पैसे ले रहे हैं।
सीसीटीवी निगरानी की सिफारिश
लेटर के मुताबिक, इन दलालों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए विभाग ने सीसीटीवी कैमरे लगाने की सिफारिश की है, ताकि इनकी एंट्री को रोका जा सके। अधिकारियों से कहा गया है कि वे इन दलालों के खिलाफ सख्त कदम उठाएं और 15 दिन के अंदर इस पर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

पलवल में 17 दलालों की लिस्ट
पलवल जिले में 17 दलालों की लिस्ट भी भेजी गई है, जिसमें कहा गया है कि ये दलाल तहसीलदार और नायब तहसीलदार के नाम पर काम कराने के बदले 2,000 से 5,000 रुपये की रिश्वत लेते हैं। इस मामले को लेकर पलवल के डीसी डॉ. हरीश कुमार ने कहा कि यह विभाग का अंदरूनी मामला है, और उनकी जानकारी में ऐसी कोई आधिकारिक पत्र या लिस्ट नहीं आई है।


17 जनवरी को भ्रष्ट पटवारियों की लिस्ट जारी
इससे पहले, 17 जनवरी को 370 भ्रष्ट पटवारियों की लिस्ट भी जारी की गई थी। इनमें से 170 पटवारी ऐसे थे जिन्होंने अपने सहायक भी रखे हुए थे और रिश्वत लेकर काम कर रहे थे। सरकार के खुफिया रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि कुछ पटवारियों ने निजी मकानों में ऑफिस खोलकर अपने असिस्टेंट्स के जरिए रिश्वत की मांग की।
आगे की कार्रवाई
राजस्व विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (ACS) ने सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नरों को यह लिस्ट भेजी और इन भ्रष्ट कर्मचारियों के खिलाफ नियमों के अनुसार सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। अधिकारियों से 15 दिनों में रिपोर्ट भेजने को कहा गया है।