Haryana : हिसार के पुराने बस स्टैंड की शिफ्टिंग को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। हिसार की पूर्व विधायक और कुरुक्षेत्र से बीजेपी सांसद नवीन जिंदल की मां सावित्री जिंदल और उनके समर्थकों के दबाव में(pressure from Jindal family) मंत्री डॉ. कमल गुप्ता(Minister Gupta) ने बस स्टैंड शिफ्टिंग(shifting bus stand) के फैसले को फिलहाल रोक(stop to the decision) दिया है। इस फैसले से बस स्टैंड शिफ्टिंग चाहने वाले लोगों को झटका लगा है।
रविवार को हिसार मिल गेट पर नए बस स्टैंड के लिए लोग अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। नया बस अड्डा बनाओ संघर्ष समिति के संयोजक सुनील शर्मा ने कहा, “जिंदल परिवार ने हमेशा मिल गेट के साथ भेदभाव किया है। अब अपने समर्थकों के जरिए विधायक डॉ. कमल गुप्ता के प्रोजेक्ट को रुकवाया जा रहा है। हिसार बस अड्डे की शिफ्टिंग जरूरी है, क्योंकि इससे शहर में जाम की स्थिति बनी रहती है। इसलिए बस स्टैंड को शहर से बाहर बाइपास पर शिफ्ट करना चाहिए। सुनील शर्मा ने कहा कि जो जगह मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने चिह्नित की है, वह एकदम सही है।
भविष्य में इसका शहर को लाभ मिलेगा, इसलिए मंत्री डॉ. कमल गुप्ता से मांग की गई कि बस स्टैंड शिफ्टिंग प्रोजेक्ट को टाला न जाए, बल्कि जल्द से जल्द शिफ्ट करवाया जाए। हिसार बस स्टैंड 11 अगस्त 1969 को बना था और यह 21 एकड़ में फैला हुआ है। हिसार डिपो में करीब 279 रोडवेज बसें हैं और करीब 300 निजी बसें ग्रामीण और लंबे रूटों पर चलती हैं।
बस स्टैंड शिफ्ट से हजारों को होगा लाभ
स्वास्थ्य मंत्री और हिसार के विधायक डॉ. कमल गुप्ता ने कहा कि बस स्टैंड शिफ्टिंग प्रोजेक्ट शहर के लिए जरूरी था, लेकिन कुछ लोग नहीं चाहते कि यह प्रोजेक्ट आगे बढ़े। वह लोग मुझसे मिलने मेरे आवास पर आए थे। मैंने उनको भी समझाया था कि यह प्रोजेक्ट कितना जरूरी है, मगर जैसा वो चाहते हैं, मैंने कर दिया है। डॉ. कमल गुप्ता ने यह भी कहा कि उन्होंने उन लोगों को समझाया था कि बस स्टैंड शिफ्ट होने से हजारों लोगों को फायदा पहुंचेगा और बस स्टैंड के सामने जाम की समस्या खत्म होगी।
दुकानदारों का काम प्रभावित
अब हर शहर में बाइपास बनाए जा रहे हैं, ताकि वाहन बाहर से निकल जाएं। शहर के अंदर के दुकानदारों का काम प्रभावित हुआ है, लेकिन अब लोग नहीं चाहते तो यह प्रोजेक्ट फिलहाल टाल दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता के बस स्टैंड बाहर शिफ्ट करने के ड्रीम प्रोजेक्ट का सावित्री जिंदल के समर्थकों ने विरोध कर दिया था। भाजपा पार्षद टीनू जैन, जो सावित्री जिंदल के समर्थक हैं, उनके वार्ड में ही बस स्टैंड आता है। साथ ही आसपास का एरिया भी उनके वार्ड में है। यहां के दुकानदार नहीं चाहते कि बस स्टैंड शिफ्ट हो। ऐसे में जिंदल परिवार को अपने वोट बैंक छिटकने का डर है। इस कारण वे बस स्टैंड शिफ्टिंग के पक्ष में नहीं हैं।