Haryana में I.N.D.I.A. गठबंधन टूट(Alliance breaks) गया है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने घोषणा की है कि वह हरियाणा में अकेले विधानसभा चुनाव(fight the assembly election) लड़ेगी। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान(Bhagwant Maan) ने कहा कि पार्टी पूरी ताकत से हरियाणा में चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली और पंजाब में हमारी सरकार है और हरियाणा का एक बड़ा हिस्सा इन दोनों राज्यों से जुड़ा हुआ है।
भगवंत मान ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी हरियाणा से संबंध रखते हैं, इसलिए यहां पार्टी की मजबूत स्थिति है। उन्होंने हरियाणा में AAP की चुनावी तैयारी की घोषणा की। AAP के महासचिव संदीप पाठक ने कहा कि हरियाणा में हम सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि हम हरियाणा में अकेले सरकार बनाने के लिए चुनाव लड़ेंगे। जनता बदलाव चाहती है और हमारा कर्तव्य है कि उनकी उम्मीदों को पूरा करें। हमारी पार्टी सीधे सरकार बनाने का लक्ष्य रखती है।
हाल ही में हरियाणा में AAP और कांग्रेस ने I.N.D.I.A. गठबंधन के तहत लोकसभा चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में कांग्रेस ने 9 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, जबकि AAP ने एक सीट पर चुनाव लड़ा था। AAP की तरफ से सुशील कुमार गुप्ता कुरुक्षेत्र सीट से उम्मीदवार थे, लेकिन उन्हें भाजपा के नवीन जिंदल से हार का सामना करना पड़ा।
भगवंत मान ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के प्रोजेक्ट्स को लेकर बैठक हुई थी। कुछ जगहों पर जमीन अधिग्रहण को लेकर समस्याएं थीं, जिन्हें जल्द ही सुलझाया जाएगा। इसके लिए किसानों से बैठक की जाएगी। AAP नेता संजय सिंह ने कहा कि हर चुनाव की अपनी परिस्थितियां होती हैं और उसी के अनुसार चुनाव लड़ा जाता है। उन्होंने बताया कि हर चुनाव के अलग मुद्दे होते हैं और पार्टी उन्हें ध्यान में रखकर चुनावी रणनीति बनाती है।
भगवंत मान ने कहा कि AAP अब दस साल पुरानी हो गई है और हमें चुनाव लड़ने का अच्छा अनुभव हो गया है। अब पार्टी की उपस्थिति हर संस्था में है, यहां तक कि यूपी में भी हमारे सरपंच हैं। संदीप पाठक ने बताया कि कुरुक्षेत्र की तरह ही पूरे हरियाणा में चुनाव लड़ा जाएगा। 90 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेंगे और बाकी सभी सवालों के जवाब केजरीवाल देंगे। उन्होंने कहा कि केजरीवाल जी जल्द ही जेल से बाहर आएंगे और तब वह सभी सवालों का जवाब देंगे। इस तरह AAP ने हरियाणा में विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने की घोषणा कर दी है और पार्टी की पूरी ताकत से चुनाव की तैयारी में जुट गई है। पार्टी का मानना है कि हरियाणा में उनकी मजबूत स्थिति है और वे वहां बदलाव लाने में सक्षम होंगे।