Karnal के तरावड़ी में एक घटना सामने आई, जिसमें एक निजी डबल डेकर बस के चालक(Private double decker bus driver) ने यात्रियों को जबरन भरकर ले जाने की कोशिश की थी। बस में इतने लोग सवार थे कि स्थिति बहुत ही अस्थिर हो गई थी। जब पुलिस(police) ने हंगामे की जानकारी पाई, तो उन्होंने बस को रोककर यात्रियों को सुरक्षित करने का काम किया।
जानकारी के अनुसार डबल डेकर बस में लगभग 300 यात्री सवार थे, जो इस बस के लिए बहुत अधिक है। बस में सीटों की संख्या तो 75 से 80 होती है, लेकिन घटना के समय उसमें 300 लोगों को ठहराया गया था। इसके कारण, यात्रियों की जीवनस्थिति में भी काफी असुविधा पैदा हुई। कुछ यात्री बेहोशी की हालत में भी पड़ गए थे। बस में ये सभी हंगामे के बाद पुलिस ने मदद पुकारी और बस को रोककर यात्रियों को बस से बाहर निकाल दिया।
प्रवासियों का कहना है कि उन्हें बस में स्थान नहीं मिला, और उनसे 2000 रुपये किराया वसूला गया जिसके बाद उनके साथ मारपीट भी की गई। यह समस्या सामान्यतः उस समय उत्पन्न हुई, जब लक्ष्य टूर एंड ट्रैवल की बस अंबाला से बिहार के लिए निकलने वाली थी, जबकि इस बस में सामान्यतः 70 से 80 यात्री होते हैं। लेकिन इस बार बस में 300 यात्री ठहराए गए थे, जिसके कारण समस्याएं उत्पन्न हुईं।
जांच करने के बाद बस को रोका
हादसे के बाद यात्रियों ने अपनी समस्याओं को सुनाया और पुलिस ने मामले की जांच करने के बाद बस को रोका। बस के चालक से भी इस मामले पर विस्तार से चर्चा की गई और उन्हें समझाया गया कि इस तरह की अनुमति नहीं हो सकती। बस के अंदर के हालात को देखकर लोगों की स्थिति खराब हो गई थी और उन्हें बस से बाहर निकाल दिया गया। इस घटना से पहले भी कई बार ऐसी स्थितियाँ उत्पन्न हुई हैं, लेकिन इस बार लोगों के बीच विशेष असुरक्षा और असुविधाओं की शिकायतें भी थीं।
बसों से ले जाने का किया इंतजाम
बस चालकों के खिलाफ भी यात्रियों ने आरोप लगाए कि उनके साथ मारपीट और अन्य अत्याचार किए गए हैं। इसके बाद पुलिस ने बस को थाने भेज दिया और बाकी यात्रीगणों को अन्य बसों से ले जाने का इंतजाम किया। हादसे के बाद यह सुनिश्चित किया गया है कि इस तरह की घटनाएं फिर न हों, और यात्रियों को सुरक्षित यात्रा की सुविधा प्रदान की जाए।