Haryana में विधानसभा चुनावों(Assembly elections) की घोषणा में लगभग 2 महीने का समय बाकी है और यहां राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। खासकर सत्ताधारी बीजेपी(BJP) में टिकट के दावेदार सक्रिय हो गए हैं। साउथ हरियाणा, जिसने 2014 और 2019 में बीजेपी(BJP) की सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाई थी, वहां सबसे ज्यादा हलचल दिखाई दे रही है। वहीं अटेली(Ateli) की विधानसभा सीट पर घमासान होते हुए नजर(fight will break out over) आने लगा है, क्योंकि अभी से वहां से तीन दावेदार अपनी ताल ठोक चुके है। ऐसे में आलाकमान द्वारा क्या फैसला लिया जाएगा, ये जनता के लिए देखने वाली बात होगी।
बता दें कि केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत की बेटी आरती राव ने साउथ हरियाणा की अटेली सीट पर अपनी दावेदारी जताई है। जिससे बीजेपी के वर्तमान विधायक सीताराम यादव की मुश्किलें बढ़ गई हैं। आरती राव और सीताराम यादव के अलावा बीजेपी संगठन से जुड़े एडवोकेट नरेश यादव भी मैदान में सक्रिय हो गए हैं। नरेश को उम्मीद है कि राव और सीताराम यादव के बीच चल रहे संघर्ष के चलते पार्टी नेतृत्व संगठन से जुड़े उनके अनुभव को देखते हुए उन्हें टिकट दे सकता है। हरियाणा में बीजेपी सरकार पिछले 10 साल से सत्ता में है, लेकिन वर्तमान विधायकों और मंत्रियों के खिलाफ जनता में नाराजगी है।

बीजेपी का इतिहास रहा है कि ऐसे माहौल से निपटने के लिए वह चौंकाने वाले फैसले लेती है। अटेली में भी बीजेपी ने अपने सिटिंग विधायक का टिकट पहले भी काटा है। 2014 में संतोष यादव को टिकट दिया गया था, जो विजयी रहीं। 2019 में पार्टी ने संतोष यादव का टिकट काटकर सीताराम यादव को उम्मीदवार बनाया, जो जीत गए।

बीते चुनावी रुझान को देखते हुए इस बार भी यह संभव है कि बीजेपी अटेली से किसी नए चेहरे को मौका दे। मौजूदा विधायक सीताराम यादव को 2019 में राव इंद्रजीत की सिफारिश पर ही टिकट मिला था। तब राव इंद्रजीत ने संतोष यादव का टिकट कटवाकर सीताराम यादव को उम्मीदवार बनवाया था। लेकिन पिछले 5 सालों में बहुत कुछ बदल गया है। अब राव इंद्रजीत और सीताराम यादव की राहें अलग हो चुकी हैं। लोकसभा चुनाव के बाद राव इंद्रजीत ने बीजेपी नेतृत्व को खुलकर चुनौती दी थी और खुद को कैबिनेट मंत्री की बजाय राज्यमंत्री बनाए जाने पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने अपनी बेटी आरती को विधानसभा चुनाव लड़ाने का ऐलान भी कर दिया था।

आरती राव ने अपने पिता के संकेत मिलते ही अटेली सीट से अपनी दावेदारी का खुलकर ऐलान कर दिया। 14 जुलाई को अटेली सीट के तहत आने वाले मुड़ियाखेड़ा गांव में एक धन्यवाद सभा आयोजित की गई थी। इस सभा में आरती ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वह अटेली से अगला चुनाव लड़ेंगी। इस सभा में विधायक सीताराम यादव भी मौजूद थे, जब आरती ने अपना ऐलान किया। बीजेपी में टिकट के लिए जारी खींचतान और दावेदारों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पार्टी के सामने चुनौती बढ़ गई है। साउथ हरियाणा में बीजेपी की मजबूती और कार्यकर्ताओं के बीच तालमेल बैठाने के लिए पार्टी को सही निर्णय लेना होगा।