Haryana और दिल्ली में बदमाशी का आतंक(spread terror) फैलाने वाले गैंगस्टर काला खैरमपुरिया(gangster Kala Khairampuria) का नाम आजकल चर्चा में पूरी तरह से छाया हुआ हैं। जिसने जेल से बाहर पैरोल पर आकर भी 4 हत्याओं(4 murders after coming on parole) की घटना को अंजाम दिया।
सोनीपत शहर में मातूराम हलवाई की दुकान के बाहर 30 राउंड गोलियां चलीं। इस फायरिंग में एक दूध बेचने वाले शख्स को भी गोली लगी। फायरिंग करने वाले ने दुकान पर एक पर्ची फेंकी, जिसमें 2 करोड़ रुपए की फिरौती की मांग थी और हरियाणा के गैंगस्टर हिमांशु भाऊ तथा काला खैरमपुरिया का नाम था। इसी घटना ने काला खैरमपुरिया को अपराध की दुनिया में चर्चा में ला दिया। हिसार शहर में महिंद्रा कंपनी के शोरूम में दिन के समय तीन शूटर बाइक पर आए। उन्होंने 35 से ज्यादा राउंड फायरिंग की और 5 करोड़ रुपए की फिरौती की एक पर्ची फेंककर भाग गए।

इस पर्ची में भी हिमांशु भाऊ और काला खैरमपुरिया का नाम लिखा था। इसके बाद से पुलिस ने काला खैरमपुरिया को टारगेट बना लिया। हरियाणा की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने राकेश उर्फ काला खैरमपुरिया को गिरफ्तार कर लिया। राकेश हिसार के गांव खैरमपुर का रहने वाला है और 22 साल की उम्र में उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा। उसने पिछले एक साल में हरियाणा और दिल्ली पुलिस के सामने कई बार चुनौती पेश की।
2014 में पहली लूट
काला खैरमपुरिया का नाम पहली बार 2014 में हिसार जिले में हुई एक लूट के मामले में आया था। वह इस केस में जेल गया और वहीं कुछ स्थानीय बदमाशों से दोस्ती कर ली। जेल से बाहर आने के बाद उसने कई अन्य वारदातें की, लेकिन 2015 में उसने राजस्थान के हनुमानगढ़ में एक हत्या की। राजस्थान पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया और वह हनुमानगढ़ जेल में बंद रहा। 2018 में उसे उम्रकैद की सजा मिली। जेल में रहते हुए उसने उत्तर भारत के कई बड़े गैंगस्टरों से संपर्क किया।

जेल में वापस न जाकर हुआ फरार
2020 में उसे पैरोल मिली, लेकिन वह वापस जेल नहीं गया और फरार हो गया। इसके बाद उसने टारगेट किलिंग, हत्या का प्रयास, लूट, फिरौती और रंगदारी जैसे 14 वारदातें कीं। 2021 में उसने फतेहाबाद में एक शख्स की हत्या की और फिरौती मांगने के लिए कई जगह गोलियां चलवाईं। जब वह पुलिस के लिए सिरदर्द बनने लगा, तो कुछ समय के लिए वह शांत रहा। 2023 में उसने फर्जी पते पर फर्जी पासपोर्ट बनवाया और पहले UAE, फिर आर्मीनिया और थाईलैंड पहुंच गया। अब काला खैरमपुरिया एक बार फिर पुलिस के निशाने पर है।