Panipat में एक युवक ने आत्महत्या कर ली। 5 दिन पहले जहर खाने के बाद युवक को करनाल के कल्पना चावला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया और पोस्टमॉर्टम करवाने की भी मांग की।
परिजनों ने इस मामले में पुलिस अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों ने पानीपत के एसपी को चार पन्नों की शिकायत सौंपी, जिसमें हेड कांस्टेबल समेत तीन पुलिसकर्मियों पर परेशान करने, रिश्वत मांगने और धमकी देने का आरोप लगाया गया है। एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। हालांकि, परिजनों का कहना है कि जब तक आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होती, वे शव नहीं लेंगे।

गुरमीत (24), जो पानीपत के गांव बिंझौल का निवासी था, का राजपाल नामक युवक के साथ झगड़ा हो गया था। इस विवाद के बाद राजपाल ने 8 मरला चौकी में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने गुरमीत और उसके परिवार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। आरोप है कि हेड कांस्टेबल अभिमन्यु और अन्य पुलिसकर्मियों ने गुरमीत से 5 हजार रुपये की रिश्वत मांगी और समय-समय पर उसे धमकाते रहे।

25 दिसंबर को पुलिस चौकी में बुरी तरह से पिटाई के बाद गुरमीत ने 26 दिसंबर को जहर खा लिया। उसकी हालत गंभीर होने पर परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन इलाज के दौरान 31 दिसंबर को उसने दम तोड़ दिया। अब परिजन इस घटना के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।