सनी देओल और रणदीप हुड्डा स्टारर फिल्म ‘जाट’ एक बार फिर विवादों में है। पंजाब के जालंधर में ईसाई समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में फिल्म के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी, जिसके बाद फिल्म मेकर्स ने विवादित चर्च सीन हटाने का फैसला लिया है।
विवाद की जड़: चर्च और धार्मिक प्रतीकों का अपमान
ईसाई समुदाय के नेता विकलाव गोल्डी की शिकायत के अनुसार, फिल्म में रणदीप हुड्डा को प्रभु यीशु मसीह की तरह चर्च में खड़ा दिखाया गया, साथ ही ‘आमीन’ जैसे पवित्र शब्द का अपमान किया गया। शिकायत में यह भी कहा गया कि फिल्म में कथित तौर पर दर्शाया गया कि “प्रभु यीशु मसीह सो रहे हैं और उन्होंने मुझे भेजा है”, जो समुदाय के लिए बेहद आपत्तिजनक है।
गोल्डी ने आशंका जताई कि इस तरह के संवाद और सीन ईसा विरोधी मानसिकता को भड़काते हैं, जिससे चर्चों पर हमले जैसी घटनाएं हो सकती हैं।
FIR दर्ज, एक्टर्स जांच में होंगे शामिल
जालंधर के सदर थाना में दर्ज केस में फिल्म से जुड़े 5 लोगों को आरोपी बनाया गया है:
- सनी देओल (अभिनेता)
- रणदीप हुड्डा (अभिनेता)
- विनीत कुमार (लेखक)
- गोपीचंद (निर्देशक)
- नवीन मालिनेनी (निर्माता)
जॉइंट कमिश्नर संदीप शर्मा के अनुसार, सभी आरोपियों को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस जारी किए जाएंगे।
ईसाई समाज का अल्टीमेटम और प्रदर्शन
ईसाई समुदाय ने 15 अप्रैल को पुलिस को शिकायत सौंपी थी और 2 दिन का समय दिया था कि यदि FIR दर्ज नहीं हुई तो बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद पुलिस ने गुरुवार को केस दर्ज कर लिया। इससे पहले जालंधर में फिल्म के विरोध में प्रदर्शन भी हो चुका है।
‘जाट’ फिल्म 10 अप्रैल को हुई थी रिलीज
फिल्म ‘जाट’ 10 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। रणदीप हुड्डा हरियाणा के रोहतक के रहने वाले हैं और हाल ही में उन्होंने रोहतक में फिल्म का प्रमोशन भी किया था।
फिल्म विवाद: ये फिल्में भी रह चुकी हैं विवादों में
- L2: एंपुरान – गुजरात दंगों से जुड़े सीन्स को लेकर विवाद
- फुले – जातिवाद फैलाने के आरोप, रिलीज टली
- छावा – ऐतिहासिक पात्रों को गलत तरीके से दिखाने का आरोप
- इमरजेंसी (कंगना रनोट) – सिख समुदाय की नाराज़गी
- महाराज (नेटफ्लिक्स) – धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप