Controversy over the film 'Jaat': Christian community raised objection, demanded FIR, said - will surround the cinema hall

फिल्म ‘जाट’ को लेकर विवाद: ईसाई समुदाय ने जताई आपत्ति, FIR की मांग, कहा—सिनेमा हॉल का करेंगे घेराव

Bollywood हरियाणा

बॉलीवुड अभिनेता सनी देओल और रणदीप हुड्डा की हालिया रिलीज़ फिल्म ‘जाट’ पंजाब में विवादों में घिर गई है। फिल्म को लेकर ईसाई समुदाय ने कड़ी आपत्ति जताई है। समुदाय का आरोप है कि फिल्म में ईसाई धर्म और प्रभु यीशु मसीह के प्रतीकों का अपमान किया गया है। इस मामले को लेकर जालंधर में विरोध प्रदर्शन की स्थिति बन गई है।

ईसाई समुदाय ने दर्ज कराई शिकायत, दो दिन का अल्टीमेटम

जालंधर कमिश्नरेट पुलिस को ईसाई समुदाय की ओर से लिखित शिकायत सौंपी गई है। शिकायतकर्ता विकलव गोल्डी ने कहा कि फिल्म ‘जाट’ के एक सीन में अभिनेता रणदीप हुड्डा चर्च के अंदर प्रभु यीशु मसीह की तरह खड़े नजर आते हैं और “आमीन” शब्द का अपमान किया गया है। इतना ही नहीं, फिल्म में यह संवाद भी दिखाया गया कि “आपका प्रभु यीशु मसीह सोया हुआ है और उसने मुझे भेजा है।” इसके बाद हुड्डा गोलियां चलाने लगते हैं।

गोल्डी का कहना है कि इस तरह के दृश्य मसीह विरोधी ताकतों को उकसावा दे सकते हैं और चर्चों पर हमले जैसी घटनाओं को बढ़ावा मिल सकता है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि दो दिनों में एफआईआर दर्ज नहीं होती और फिल्म को रोका नहीं गया तो राज्य स्तर पर सिनेमा हॉलों का घेराव किया जाएगा।

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पुलिस ने दिया आश्वासन

सोमवार को ईसाई समुदाय के कुछ लोग सिनेमा हॉल का घेराव करने के लिए निकल पड़े थे, लेकिन पुलिस ने हस्तक्षेप कर प्रदर्शन को शांतिपूर्ण तरीके से रोक दिया। इसके बाद जालंधर कमिश्नरेट पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। समुदाय ने फिलहाल दो दिन का समय प्रशासन को दिया है।

फिल्म ‘जाट’: 10 अप्रैल को हुई थी रिलीज़

गौरतलब है कि ‘जाट’ फिल्म 10 अप्रैल को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में सनी देओल, रणदीप हुड्डा और विनीत कुमार सिंह प्रमुख भूमिकाओं में हैं। फिल्म का निर्देशन गोपीचंद मालिनेनी ने किया है और निर्माण नवीन मालिनीनी द्वारा किया गया है।

देश-विदेश में फैला रोष

इस पूरे घटनाक्रम के चलते न केवल पंजाब, बल्कि देश और विदेशों में बसे ईसाई समुदाय के बीच भी नाराजगी देखी जा रही है। समुदाय का कहना है कि धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले इस तरह के कंटेंट पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

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