बॉलीवुड के हीमैन Dharmendra आज 89 साल के हो गए हैं और उनके चाहने वालों की संख्या देश-विदेश में बेहिसाब है। हरियाणा के सोनीपत में, बॉलीवुड स्टार के लिए एक अनूठी मुहिम की शुरुआत की गई है। उनके जन्मदिन के मौके पर एक हवन यज्ञ आयोजित किया गया और उनके प्रशंसकों ने मिलकर केक काटा।
एक साधारण पेंटर, विनोद, जिनकी दीवानगी धर्मेंद्र के प्रति जगजाहिर है, ने अपने घर और दुकान में उनके पोस्टर्स और तस्वीरें लगाकर अपनी श्रद्धा जताई है। अब, वह धर्मेंद्र को दादा साहब फाल्के पुरस्कार दिलाने के लिए एक मिशन की शुरुआत कर रहे हैं।

धर्मेंद्र की फिल्मों से प्रेरित होकर, विनोद ने अपनी दुकान में 350 से ज्यादा फिल्मी पोस्टर्स का संग्रह किया है। उनकी सभी फिल्मों को उन्होंने बारीकी से देखा है और उनका अभिनय भी बखूबी जानते हैं। विनोद ने बताया कि साल 2014 में मुंबई में अपने आवास पर मिलने के दौरान, धर्मेंद्र ने उनके बेटे का नामकरण भी किया था। अब, वह अपने गांव और शहरों में जाकर लोगों से दादा साहब फाल्के पुरस्कार के लिए समर्थन मांग रहे हैं।
धर्मेंद्र की फिल्मों से दुकान में प्रदर्शनी

छोटी सी उम्र से ही धर्मेंद्र के मुरीद बन पेंटर धर्मेंद्र उर्फ विनोद की ऐसी दीवानगी है कि उन्होंने अपनी दुकान में 350 से ज्यादा फिल्मी पोस्टर का एक संग्रह अपनी दुकान की दीवारों पर चिपका रखा है। इतना ही नहीं वह अपनी दुकान की छत पर भी उनकी सभी फिल्मों के नाम लिखकर चिपकाए हुए हैं। धर्मेंद्र उर्फ विनोद बताते हैं कि उन्होंने सभी फिल्में देखी हुई है। और उनका यह भी दावा है कि सभी फिल्मों के उनके अभिनय से रूबरू है।
धर्मेंद्र को मानते हैं अपना भगवान

बॉलीवुड स्टार धर्मेंद्र लोगों के दिलों पर आज भी राज करते हैं। लेकिन सोनीपत के पुरखास अड्डे पर एक छोटा सा पेंटर धर्मेंद्र उर्फ विनोद जहां अपने मंदिर में अपने देवी देवताओं के फोटो के साथ धर्मेंद्र का फोटो भी लगा कर रखे हुए हैं। और भी धर्मेंद्र को अपना भगवान मानते हैं। प्रतिदिन उसकी पूजा भी करते हैं।
बेटे के जन्म पर धर्मेंद्र ने किया था नामकरण

बॉलीवुड स्टार के प्रति उनकी दीवानगी इतनी ज्यादा है कि साल 2014 में मुंबई में उनके आवास पर मिलने के लिए गए हुए थे। इस दौरान ने बॉलीवुड स्टार धर्मेंद्र ने ही उनके बेटे का नामकरण कर हिमेन्द्र रखा था। और वही उनकी सभी फिल्मों के नाम एक कविता के रूप में क्रमबद्ध तरीके से लिखे हुए हैं।जिनको देखकर धर्मेंद्र भी उनके मुरीद हो गए थे।