नहीं रहेभारत कुमार मनोज कुमार

‘भारत कुमार’ मनोज कुमार नहीं रहे, देशभक्ति फिल्मों की आवाज हमेशा के लिए खामोश

Bollywood देश

● अभिनेता मनोज कुमार का 87 वर्ष की उम्र में निधन
● देशभक्ति फिल्मों से मिली ‘भारत कुमार’ की पहचान
● उपकार से लेकर क्रांति तक, कई यादगार फिल्मों की विरासत

Actor Manoj Kumar Passes Away at 87: हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता और फिल्मकार मनोज कुमार का शुक्रवार सुबह मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में निधन हो गया। 87 वर्षीय मनोज कुमार को भारतीय सिनेमा में देशभक्ति फिल्मों की अग्रणी शख्सियत के रूप में जाना जाता था। ‘भारत कुमार’ के नाम से विख्यात मनोज कुमार ने अपनी फिल्मों के जरिए भारतीय भावना, राष्ट्रीय गर्व और सामाजिक मूल्यों को परदे पर सजीव किया।

उन्होंने ‘उपकार’, ‘पूरब और पश्चिम’, ‘रोटी कपड़ा और मकान’ और ‘क्रांति’ जैसी फिल्मों के माध्यम से जनमानस पर गहरी छाप छोड़ी। उनके द्वारा निर्देशित और अभिनीत फिल्म ‘उपकार’ को 1968 में सर्वश्रेष्ठ फिल्म, निर्देशक, कहानी और संवाद के लिए फिल्म फेयर अवॉर्ड मिला था। उनके खाते में कुल 7 फिल्म फेयर पुरस्कार शामिल हैं।

Whatsapp Channel Join

मनोज कुमार को 1992 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया और 2016 में उन्हें भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च सम्मान दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से नवाजा गया।

1967 में उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के आग्रह पर ‘उपकार’ बनाई, जो ‘जय जवान, जय किसान’ के नारे पर आधारित थी। दुर्भाग्यवश, शास्त्री जी फिल्म के प्रदर्शन से पहले ही 1966 में निधन हो गया, लेकिन उनकी प्रेरणा से बनी फिल्म ने राष्ट्र को झकझोर दिया।

उनके निधन से फिल्म जगत और देशभक्ति फिल्मों की एक युगांतकारी परंपरा का अंत हो गया है। भारतीय सिनेमा में उनके योगदान को सदैव याद किया जाएगा।