चंडीगढ़ : हरियाणा पुलिस ने साइबर अपराध(cyber fraud) से निपटने में एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। फरवरी में, पुलिस उन मामलों में साइबर धोखाधड़ी(cyber fraud) की गई 60 प्रतिशत राशि को फ्रीज करने में सफल रही। जहां शिकायतें घटना के छह घंटे के भीतर दर्ज कराई गई थी। हरियाणा पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर(DGP Shatrujeet Kapoor) ने इसके लिए साइबर हेल्पलाइन(helpline number) टीम 1930 को बधाई दी।
हरियाणा पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर ने पंचकुला स्थित पुलिस मुख्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान इस उपलब्धि के लिए साइबर हेल्पलाइन टीम 1930 द्वारा किए गए कार्यो की सराहना की। बैठक में बताया गया कि साइबर धोखाधड़ी के छह घंटे के भीतर दर्ज कराई गई शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करते हुए 60 प्रतिशत राशि को तुरंत फ्रीज कर दिया गया। वहीं छह घंटे के बाद प्राप्त होने वाली शिकायतो में से केवल 19 प्रतिशत राशि को ही फ्रीज किया जा सका। इस प्रकार फरवरी माह में हरियाणा में प्राप्त होने वाली कुल शिकायतो का 27.60 प्रतिशत पैसा होल्ड किया गया, जो कि देशभर में सबसे अधिक है। सितंबर-2023 में जहां हरियाणा पुलिस 8.62 प्रतिशत पैसा होल्ड करते हुए देश में 23वें स्थान पर थी वहीं फरवरी माह में 27.60 प्रतिशत राशि होल्ड करते हुए देश मे पहले स्थान पर पहुंच गई है। हरियाणा में फरवरी माह में 15 करोड़ 50 लाख रुपए की राशि को साइबर फ्रॉड से बचाया गया।

डीजीपी कपूर ने साइबर धोखाधड़ी को रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि हरियाणा पुलिस ने फरवरी महीने में ही हरियाणा में शुरुआती 6 घंटे के भीतर प्राप्त होने वाली शिकायतों पर प्रभावी तरीके से कार्रवाई करते हुए 6.67 करोड़ रुपये से अधिक की राशि को फ्रॉड होने से बचाया गया।

मजबूत रक्षा के लिए सहयोग
बैठक में बताया गया कि नई दिल्ली स्थित भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (आई4सी) के माध्यम से हरियाणा पुलिस और 20 प्रमुख बैंकों के प्रतिनिधि एकजुटता के साथ साइबर फ्रॉड रोकने की दिशा में कार्य कर रहे हैं ताकि फ्रॉड की गई राशि को जल्द से जल्द फ्रिज करवाया जा सके। इसके अलावा, पंचकूला स्थित हरियाणा 112 की बिल्डिंग में हरियाणा पुलिस तथा तीन वरिष्ठ बैंकों नामतः एचडीएफसी एक्सेस तथा पीएनबी के नोडल अधिकारी मिलकर साइबर फ्रॉड की गई राशि को तुरंत फ्रीज़ करने के लिए आपसी तालमेल के साथ काम कर रहे हैं ।

ऑपरेशन साइबर आक्रमण
डीजीपी कपूर के निर्देशानुसार हरियाणा में ऑपरेशन साइबर आक्रमण की शुरुआत की गई है। यह पहल साइबर अपराध को रोकने और अपराधियों को पकड़ने का लक्ष्य रखती है, जो साइबर अपराध से निपटने के लिए अधिक आक्रामक रुख अपनाती है।

फर्जी हेल्पलाइन नंबरों का मुकाबला
बैठक में विशेष रूप से गूगल पर उपलब्ध फर्जी हेल्पलाइन नंबरों के जरिए धोखाधड़ी से निपटने के लिए एक प्रभावी कार्य योजना तैयार करने के प्रयासों पर मुख्य रूप से चर्चा हुई। साइबर अपराधियों द्वारा गूगल खोज इंजन का दुरुपयोग करने पर चिंता व्यक्त करते हुए श्री कपूर ने कहा कि जल्द ही गूगल के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की जाएगी। इस बैठक का उद्देश्य गूगल प्लेटफॉर्म पर साइबर अपराधी गतिविधियों को रोकने के लिए रणनीति तैयार करना है।
मोबाइल नेटवर्क प्रदाताओं के साथ संवाद
बैठक में मोबाइल कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ साइबर धोखाधड़ी में इस्तेमाल होने वाले नंबरों को ब्लॉक करने पर भी चर्चा हुई। बैठक में एसपी साइबर अमित दहिया ने बताया कि पिछले 11 महीना में हरियाणा के अंदर साइबर फ्रॉड में संलिप्त 70 हज़ार से ज्यादा नंबरों को ब्लॉक करवाया गया है।
देशभर में 60 हॉटस्पॉट क्षेत्रों की पहचान
बैठक में बताया गया कि देश भर में 60 हॉटस्पॉट क्षेत्रों की पहचान साइबर अपराध के लिए की गई है। इन हॉटस्पॉट क्षेत्रों में साइबर अपराध में शामिल नंबरों का डाटा तैयार किया गया है और संबंधित कंपनियों के साथ उन्हें ब्लॉक करने के लिए बैठक की जा रही हैं।