हरियाणा में लाख कोशिशों के बावजूद दहेज उत्पीड़न के मामले रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं। शादियों में दहेज लेने के बाद भी बेटियों को कई जगह ससुराल में तंग करने का सिलसिला जारी है। सरकार और पुलिस प्रशासन दहेज उत्पीड़न पर रोक लगाने के लिए भले ही लाख प्रयास कर रहे हैं, लेकिन इन सबके बावजूद बेटियों को परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। हरियाणा के जिला अंबाला और सिरसा में सरकारी नौकरियों पर काबिज होने के बावजूद बेटियां न्याय के लिए भटक रही हैं।
गौरतलब है कि अंबाला में एक महिला पुलिस कर्मी ने पति और गांव के सरपंच पर रंजिशन झूठी शिकायत देकर बदनाम करने के आरोप लगाए हैं। महिला 15 वर्ष से हरियाणा पुलिस में कार्यरत है। जिसका विवाह 10 अक्तूबर 2020 को कुरुक्षेत्र के गांव फतहपुर निवासी कृष्ण कुमार के साथ हुआ था। शादी के बाद दोनों के 2 बच्चे भी हैं। विवाह के बाद ससुराल पक्ष की ओर से उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा है। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज को शिकायत देने के बाद अंबाला कैंट थाना पुलिस ने पति और गांव के सरपंच शमशेर सिंह के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। वहीं दूसरी तरफ सिरसा में एक जेबीटी टीचर ने पति और सास-ससुर पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने, मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप लगाए हैं। महिला ने डेढ़ माह धक्के खाने के बाद एएसपी दीप्ति गर्ग को शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई है। एएसपी के निर्देश पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने पीड़िता के पति और सास-ससुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

मामला नंबर 1
अंबाला की महिला पुलिस कर्मी का कहना है कि उसने अपने साथ हो रहे अन्याय को लेकर 19 जून 2013 को महेश नगर थाना में दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद उसका पति के साथ समझौता हो गया था। वह कुरुक्षेत्र के गांव फतहपुर में रहने लगे थे। जब ससुराल पक्ष अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो वह अपने बच्चों के साथ अंबाला कैंट में रहने लगी। महिला का आरोप है कि 10 जुलाई 2022 को उसके पति ने उसे कहा था कि तलाक देकर वह दोनों बच्चों का 15-15 लाख रुपये खर्चा देगा। जिसका एक राजीनामा भी लिखा गया था, लेकिन पति उससे भी पीछे हट गया। पति का कहना है कि यह बच्चे उसके नहीं है। इसके बाद महिला ने 28 जुलाई 2022 को गृह मंत्री अनिल विज को शिकायत दी।

इसके बाद अंबाला कैंट डीएसपी ने मामले की जांच पड़ाव थाना के एसएचओ को ट्रांसफर कर दी। थाना प्रभारी ने दोनों पक्षों को काउंसिलिंग के लिए बुलाया तो उसका पति और गांव फतहपुर का सरपंच शमशेर सिंह मौके पर पहुंचे। आरोप है कि इस दौरान सरपंच ने महिला को जातिसूचक शब्द कहे। जिसकी शिकायत पर 14 अक्तूबर 2022 को पड़ाव थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने सरपंच शमशेर सिंह को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। हालांकि आरोपी शमशेर सिंह को कोर्ट से जमानत मिल गई थी।
महिला का आरोप है कि अब उसका पति व सरपंच शमशेर सिंह उसे झूठे केस में फंसाने की साजिश रच रहे हैं। दोनों ने मिलीभगत करके रमेश कुमार शर्मा नाम से उसके खिलाफ एक शिकायत डीजीपी स्टेट विजिलेंस को सौंपी है। जब वह जांच में शामिल हुई तो शिकायत झूठी मिली। अंबाला कैंट थाने की पुलिस ने महिला के पति और सरपंच के खिलाफ मुदकमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

मामला नंबर 2
सिरसा में जेबीटी टीचर का कहना है कि वह कैथल की अशोक गार्डन कॉलोनी निवासी है और शादी से पहले ही शिक्षा विभाग में बतौर जेबीटी टीचर कार्यरत है। उसका 15 अक्तूबर 2002 को राम कॉलोनी निवासी अमित अनेजा के साथ विवाह हुआ था। तब उसके मायका पक्ष ने अपनी हैसियत से बढ़कर दान दिया, लेकिन विवाह के 21 वर्ष बाद भी ससुराल पक्ष उसे दहेज के लिए मानसिक और शारीरिक तौर पर प्रताड़ित कर रहा है। महिला का आरोप है कि जब वह 9 नवंबर 2023 को नौकरी पर जाने के लिए घर से निकली तो पति अमित व सास-ससुर ने उसे पीटना शुरू कर दिया। उसने डायल 112 पर कॉल करके आपबीती बताई।

इसके बाद उसने अपनी मां कमलेश और चाचा रमेश को फोन पर आपबीती बताई तो उन्होंने सिरसा पहुंचकर उसे सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया। महिला का आरोप है कि उसके ससुराल वालों की प्रभावी लोगों के साथ जान-पहचान है। डायल 112 पर शिकायत करने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों पर मुकदमा दर्ज नहीं किया। इसके बाद महिला ने एएसपी दीप्ति गर्ग से मिलकर इंसाफ की गुहार लगाई। महिला का कहना है कि आरोपी उसे व उसके बच्चों को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।