गुरुग्राम के पॉश इलाके डीएलएफ फेज-2 में शुक्रवार को एक चौंकाने वाला मामला सामने आया। स्थानीय सफाई कर्मचारियों ने पानी की टंकी के पास कूड़े के ढेर में एक भ्रूण पड़ा देखा। सूचना मिलते ही डीएलएफ फेज-2 थाने की पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी।
पुलिस ने स्थानीय निवासियों से पूछताछ की और घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है, ताकि भ्रूण को फेंकने वाले व्यक्ति या माता-पिता का पता लगाया जा सके। डीएलएफ-2 थाना के जांच अधिकारी ने बताया कि भ्रूण को 72 घंटे के लिए मुर्दाघर में सुरक्षित रखा गया है। इसके बाद प्रोटोकॉल के अनुसार शव परीक्षण किया जाएगा और डीएनए नमूने फोरेंसिक लैब में भेजे जाएंगे।
प्रारंभिक जांच में ऐसा प्रतीत होता है कि माता-पिता ने अपने बच्चे को छोड़ दिया है। हालांकि अभी तक पुलिस ने किसी के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया है, लेकिन भ्रूण को गुप्त रूप से ठिकाने लगाने और जन्म छिपाने से संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।
घटना ने इलाके में चिंता और सवाल खड़े कर दिए हैं, जबकि पुलिस त्वरित कार्रवाई करते हुए हर पहलू की जांच में जुटी है।