➤ करसोग और गोहर में बादल फटने से भारी तबाही, फ्लैश फ्लड में बहा एक घर, सात लोग लापता
➤ 25 से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया गया, कई इलाकों में गाड़ियां और घर बहने की सूचना
➤ मंडी में सभी स्कूल-कॉलेज बंद, ब्यास नदी में खतरे के निशान तक बढ़ा जलस्तर
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले और उसके अंतर्गत करसोग, गोहर, धर्मपुर जैसे क्षेत्रों में बीती रात भीषण बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे पूरे क्षेत्र में तबाही मच गई। अब तक की जानकारी के अनुसार तीन व्यक्ति की मौत हो चुकी है, जबकि दो लोग लापता हैं। करीब 25 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया गया है। भारी बारिश और भूस्खलन के कारण 261 सड़कें बंद हो चुकी हैं और शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए गए हैं।
करसोग के पंजराट, कुट्टी, बरल, ममेल और भ्याल क्षेत्रों में फ्लैश फ्लड आने से कई घर और वाहन बह गए। गोहर के स्यांज नाले में बना एक घर भी तेज बहाव में बह गया, जिसमें मां-बेटी को तो बचा लिया गया, लेकिन अन्य सात लोग लापता हो गए हैं। प्रशासन ने लापता लोगों की पहचान भी जारी कर दी है, जिनमें महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल हैं।
धर्मपुर की मंडप तहसील के पास भी नाले में अचानक आई बाढ़ ने लोगों को दहशत में डाल दिया। पंडोह डैम का जलस्तर 2922 फीट तक पहुंच चुका है और यह 2941 फीट के खतरे के निशान के करीब है। स्थिति नियंत्रण में रखने के लिए ब्यास नदी में डेढ़ लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है।
डीएसपी तरनजीत सिंह ने बताया कि राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है और लापता लोगों की तलाश जारी है। स्थानीय प्रशासन, राजस्व विभाग और आपदा प्रबंधन टीमें मौके पर डटी हुई हैं।