➤हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती राव बनीं सेरोगेसी से सिंगल मदर
➤बेटे का नाम रखा गया राव जयवीर सिंह, मंत्री आवास पर हो रहा पालन-पोषण
➤राव परिवार की सियासी विरासत की पांचवीं पीढ़ी बनेगा जयवीर
हरियाणा की राजनीति में सियासी परिवारों की परंपरा और वंशगत राजनीति को लेकर अकसर चर्चाएं होती रहती हैं। इन्हीं चर्चाओं के बीच प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री आरती राव अब मां बन गई हैं। वह सेरोगेसी के जरिए सिंगल मदर बनी हैं। सेरोगेट मदर की मदद से उनकी गोद भरी है और आज उनका बेटा 3 माह का हो चुका है। बच्चे का नाम राव जयवीर सिंह रखा गया है और उसका लालन-पालन मंत्री आवास में हो रहा है।

राव परिवार की ओर से इस मामले में अब तक कोई आधिकारिक जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन राजनीतिक हलकों में इसे परिवार की वंश परंपरा को आगे बढ़ाने वाला कदम माना जा रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं कि जयवीर सिंह भविष्य में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत की विरासत को आगे बढ़ाएंगे।
गौरतलब है कि राव इंद्रजीत की दो बेटियां हैं—बड़ी बेटी आरती राव और छोटी बेटी भारती राव। भारती दो बेटों की मां हैं, लेकिन राजनीति और सार्वजनिक जीवन से दूर रहती हैं। ऐसे में पिता की राजनीतिक जिम्मेदारी आरती राव ने ही संभाली। अक्टूबर 2024 में उन्होंने अटेली हलके से विधानसभा चुनाव लड़ा था और नामांकन पत्र में पिता का नाम भरते हुए खुद को “डॉटर ऑफ” बताया था।
कोर्ट से अनुमति के बाद सेरोगेसी
जानकारी के मुताबिक, आरती राव ने सिंगल मदर बनने के लिए पहले कोर्ट से अनुमति मांगी। अनुमति मिलने के बाद तय प्रक्रिया पूरी की गई और तीन माह पहले बेटे के रूप में उनके घर खुशियां आईं। राव जयवीर सिंह अब राव तुलाराम की पांचवीं पीढ़ी माने जाएंगे।
परिवार की सियासी जड़ें
आरती राव के दादा राव बीरेंद्र सिंह हरियाणा के दूसरे मुख्यमंत्री रहे। हालांकि वह महज 7 महीने तक ही पद पर रह पाए। इसके बाद राव इंद्रजीत ने परिवार की विरासत संभाली और लगातार राजनीति में सक्रिय रहे। परिवार के अन्य सदस्यों ने भी राजनीति में किस्मत आजमाई, लेकिन वह उतने सफल नहीं रहे।
निशानेबाजी से राजनीति तक
3 जुलाई 1979 को जन्मी आरती राव ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है। वह राष्ट्रीय स्तर की शूटर रह चुकी हैं और 15 बार राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीत चुकी हैं। पिता के बेहद करीब रहने वाली आरती ने उनकी प्रेरणा से निशानेबाजी की दुनिया में नाम कमाया और बाद में राजनीति में कदम रखा। पहली बार चुनाव जीतते ही वह नायब सैनी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनीं।
आरती राव के मां बनने के साथ ही राव परिवार में उस सवाल का अंत हो गया है, जिसमें पूछा जाता था कि उनकी सियासी विरासत आगे कौन संभालेगा। अब परिवार का नया वारिस सामने आ चुका है—राव जयवीर सिंह।

