अमेरिका में पढ़ाई के लिए अचानक क् यों सोशल मीडिया पोस्ट डिलीट करने लगे युवा जानें वजह

अमेरिका में पढ़ाई के लिए अचानक क्‍यों सोशल मीडिया पोस्ट डिलीट करने लगे युवा, जानें वजह

Breaking News

  • स्टूडेंट वीजा के लिए सोशल मीडिया जांच अनिवार्य किया गया, ट्रंप सरकार का नया आदेश।
  • भारतीय छात्रों में डर का माहौल, कई छात्र पुराने सोशल मीडिया पोस्ट डिलीट करने में जुटे।
  • छात्रों की ऑनलाइन गतिविधियों को लेकर अमेरिकी प्रशासन सख्त, वीजा रिजेक्शन का डर बढ़ा।

US student visa social media check: अमेरिका में उच्च शिक्षा की योजना बना रहे भारतीय छात्रों को अब सोशल मीडिया अकाउंट भी वीजा प्रोसेस में पारदर्शी रखने होंगे। ट्रंप सरकार ने स्टूडेंट वीजा के लिए आवेदन करने वालों के पिछले पांच सालों के सोशल मीडिया प्रोफाइल्स की जांच अनिवार्य कर दी है। इस फैसले के बाद भारतीय छात्रों के बीच तनाव और घबराहट का माहौल है।

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जानकारी के मुताबिक, अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट ने यह बदलाव करते हुए सभी अंतरराष्ट्रीय छात्रों को अब यह बताना अनिवार्य कर दिया है कि वे पिछले 5 वर्षों में किन-किन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर एक्टिव रहे हैं, साथ ही संबंधित यूज़रनेम भी शेयर करने होंगे। इसमें फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, रेडिट, टिकटॉक जैसे प्रमुख प्लेटफॉर्म शामिल हैं।

फैसले का असर खासतौर पर भारत, चीन, पाकिस्तान जैसे देशों के छात्रों पर देखने को मिल रहा है, जो बड़ी संख्या में अमेरिका की यूनिवर्सिटीज़ में पढ़ाई के लिए जाते हैं। भारत में कई छात्रों ने घबराकर अपने पुराने पोस्ट, टिप्पणियां और तस्वीरें डिलीट करना शुरू कर दिया है, जिससे कोई विवाद या राजनीतिक संदेश उन पर भारी न पड़ जाए।

छात्रों को डर है कि उनके बीते वक्त की कोई भी राजनीतिक टिप्पणी, मीम या मजाकिया पोस्ट भी वीजा रिजेक्शन का कारण बन सकती है। ऐसे में एजुकेशन कंसल्टेंट्स छात्रों को अपनी सोशल मीडिया गतिविधियों को लेकर सचेत रहने की सलाह दे रहे हैं।

इस फैसले से भारत में अमेरिकी उच्च शिक्षा को लेकर बना उत्साह कुछ हद तक मंद होता नजर आ रहा है। हालांकि अमेरिका के इमीग्रेशन अधिकारियों का कहना है कि यह कदम सुरक्षा कारणों से उठाया गया है और केवल संदिग्ध गतिविधियों से जुड़ी जानकारी को लेकर ही जांच की जाएगी।