➤ सोनीपत में माणिक कौशिक के जन्मदिन पर जनकल्याणकारी पहल
➤ दृष्टि सेवा के साथ फिजियोथैरेपी सेंटर और लाइब्रेरी का भी होगा उद्घाटन
आज का दिन सोनीपत के लिए एक ऐतिहासिक जनकल्याणकारी उपलब्धि लेकर आया, क्योंकि समाजसेवी शशिकांत ने अपने बेटे माणिक कौशिक के जन्मदिवस के पावन अवसर पर एक अनोखी सामाजिक पहल की है। ट्रस्ट की ओर से लगभग ₹7 करोड़ मूल्य की संपत्ति लगाकर, सोनीपत के यूनिक मॉल में एक अत्याधुनिक नेत्र चिकित्सालय और फिजियोथैरेपिस्ट सेंटर का निर्माण करवाया है। चिकित्सालय का भव्य शुभारंभ आज किया गया। यह चिकित्सालय उन अनगिनत लोगों के लिए आशा की नई किरण है, जो दृष्टि संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं और जिन्हें गुणवत्तापूर्ण नेत्र सेवा की सख्त आवश्यकता है।
यह पहल केवल एक चिकित्सा संस्थान की स्थापना भर नहीं है, बल्कि यह शशिकांत इंटरनेशनल चैरिटेबल ट्रस्ट की समाज के प्रति गहरी प्रतिबद्धता और मानवीय मूल्यों में उनके विश्वास को दर्शाता है। यह नेत्र चिकित्सालय ऐसे समय में खोला गया है जब गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं, विशेषकर आंखों की देखभाल, कई लोगों की पहुँच से बाहर है। इस अद्वितीय पहल का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर और वंचित वर्गों को उच्च-स्तरीय नेत्र उपचार निःशुल्क प्रदान करना है।
आज के शुभ मुहूर्त के साथ, सुबह 9:31 बजे हवन एवं पूजा के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इसके बाद 10:01 बजे केक सेरेमनी का आयोजन किया गया, जिसने खुशी और उत्साह का माहौल बनाया। 10:31 बजे महाराज जी द्वारा आशीर्वाद प्रदान किया गया, जिससे कार्यक्रम को एक आध्यात्मिक गरिमा मिली। उपस्थित जनसमूह के लिए 11:31 बजे दोपहर जलपान एवं प्रतिभोज की व्यवस्था की गई थी, और 12:01 बजे दोपहर उपहार वितरण के साथ शुभारंभ समारोह का समापन हुआ। दृष्टि सेवा समिति (पंजी) सोनीपत ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया और सभी इष्ट मित्रों को दिल की गहराइयों से आमंत्रित किया था।
शशिकांत कौशिक ने इस अवसर पर बताया कि इस केंद्र का मुख्य उद्देश्य समाज के उन तबकों तक चिकित्सा सहायता पहुँचाना है जो अन्यथा महंगा इलाज वहन नहीं कर सकते। उन्होंने स्पष्ट किया कि ट्रस्ट का लक्ष्य केवल चिकित्सा प्रदान करना नहीं, बल्कि प्रत्येक व्यक्ति के मानवाधिकारों की रक्षा करना और उन्हें गरिमापूर्ण जीवन जीने में सहायता करना है। यह अनूठी सुविधा न केवल सोनीपत बल्कि आसपास के क्षेत्रों के अनगिनत परिवारों के लिए एक संजीवनी साबित होगी, जिससे उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा। शशिकांत इंटरनेशनल चैरिटेबल ट्रस्ट का यह कार्य सामुदायिक कल्याण के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को दर्शाता है।
इस अत्याधुनिक सुविधा में न केवल विस्तृत नेत्र जांच और व्यापक फिजियोथैरेपी सेवाएं उपलब्ध होंगी, बल्कि आंखों के जटिल ऑपरेशन भी निःशुल्क किए जाएंगे। ट्रस्ट ने एक महत्वाकांक्षी योजना तैयार की है, जिसके तहत प्रतिमाह कम से कम 80 मरीजों के मोतियाबिंद और अन्य प्रमुख नेत्र रोगों के ऑपरेशन मुफ्त में किए जाएंगे। यह उन व्यक्तियों के लिए एक जीवन बदलने वाला अवसर होगा जो दृष्टि हानि के कारण चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उच्च प्रशिक्षित डॉक्टरों और विशेषज्ञ फिजियोथैरेपिस्टों की एक समर्पित टीम यह सुनिश्चित करेगी कि हर मरीज को सर्वोत्तम गुणवत्ता का उपचार मिले।
स्थानीय समुदाय और सरकारी अधिकारियों ने शशिकांत इंटरनेशनल चैरिटेबल ट्रस्ट के इस मानवीय प्रयास की खुलकर प्रशंसा की है। यह निःशुल्क चिकित्सा केंद्र उन लोगों के लिए आशा की नई किरण बनकर उभरेगा जो दृष्टि संबंधी समस्याओं या शारीरिक अक्षमताओं के कारण दैनिक जीवन में बाधाएं महसूस करते हैं। शशिकांत कौशिक ने दृढ़ता से कहा है कि उनका ट्रस्ट समाज के हर वर्ग की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए लगातार काम करता रहेगा। यह विशाल परियोजना सिर्फ एक भवन नहीं, बल्कि मानवता की सेवा और सामाजिक न्याय के प्रति ट्रस्ट की अटूट निष्ठा का प्रतीक है। भविष्य में ऐसी और भी विस्तारित सुविधाओं को स्थापित करने की योजना है, ताकि अधिक से अधिक लोगों को स्वस्थ और गरिमापूर्ण जीवन मिल सके।

