चंडीगढ़ में इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी में लगी कैंपिंग के कारण पिछले 29 अक्टूबर से रजिस्ट्रेशन बंद है। इस कारण चंडीगढ़ से लोग वाहन नहीं खरीद पाएंगे। धनतेरस के दिन शुभ मुहूर्त पर टू-व्हीलर की एडवांस बुकिंग कैंसिल करानी पड़ रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि चंडीगढ़ में इनकी रजिस्ट्रेशन बंद कर दी गई है। अब तक 50 लोग बुकिंग कैंसिल करवा चुके हैं। अब लोग पंचकूला या मोहाली से टू-व्हीलर खरीदकर वहीं से रजिस्ट्रेशन की तैयारी कर रहे हैं। इससे चंडीगढ़ के दोपहिया वाहन डीलरों के साथ-साथ चंडीगढ़ प्रशासन को भी रेवेन्यू का नुकसान उठाना पड़ेगा।
चंडीगढ़ में 2022 में लागू की गई इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी के अनुसार वर्ष 2023-24 में फ्यूल बेस्ड दो पहिया वाहनों के रजिस्ट्रेशन का लक्ष्य 12,076 रखा गया था। जो की 6 अक्टूबर को पूरा हो गया था। इसके बाद इनकी रजिस्ट्रेशन पर रोक लगा दी थी। मगर, व्यापारियों और राजनीतिक दलों के विरोध के बाद 18 अक्टूबर को 10% की छूट दी गई थी। जिसमें 1609 अतिरिक्त वाहनों के रजिस्ट्रेशन की छूट मिली थी। वह भी दशहरा के त्यौहार के कारण 29 अक्टूबर को समाप्त हो चुकी है।
डिलर्स को दिवाली पर 4 हजार वाहन बिकने की थी उम्मीद
चंडीगढ़ के दोपहिया वाहनों के डीलर्स को दिवाली पर करीब 4 हजार नए वाहन बिकने की उम्मीद थी, जो कि अब खत्म हो गई है। चंडीगढ़ में हर साल लगभग 20 हजार दोपहिया वाहनों की बिक्री होती हैं। यह औसतन 1600 वाहन हर महीने बिकते हैं।
डीलरो को हो सकता है 2 करोड़ का नुकसान
दोपहिया वाहनों के एक डीलर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि चंडीगढ़ में दोपहिया वाहनों की एजेंसियों में करीब 2500 कर्मचारी काम करते हैं। अगर एक परिवार में औसतन चार सदस्य हैं, तो करीब 10 हजार लोग प्रशासन के इस फैसले से प्रभावित होंगे। अगर कैपिंग में छूट नहीं दी जाती है तो दिवाली से पहले ही दोपहिया वाहन डीलरों को अपने शोरूम बंद करने पड़ेंगे। ऐसे में इन डीलरों को करीब 2 करोड रुपए के नुकसान का अनुमान है।