अगर आप इलेक्ट्रिक गाड़ी(EV) खरीदने का सोच रहे हैं, तो आज 31 मार्च आपके पास सस्ते में खरीदने का आखिरी मौका है, क्योंकि 1 अप्रैल से इलेक्ट्रिक गाड़ियों(EV) की कीमतें बढ़ जाएगी। इसका कारण है सरकार की फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (FAME) योजना, जिसके तहत आज तक सब्सिडी दी जा रही है।
बता दें कि 31 मार्च तक जिन इलेक्ट्रिक गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन होगा, सरकार कंपनियों को उन गाड़ियों के लिए सब्सिडी देगी। इसके बाद FAME-2 स्कीम के तहत मिलने वाली सब्सिडी का फायदा नहीं मिलेगा और कंपनियों को अपनी इलेक्ट्रिक गाड़ियों की कीमत में इजाफा करना पड़ेगा। अभी इलेक्ट्रिक कार पर 3.15 लाख तक का डिस्काउंट मिल रहा है।
नई इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्रमोशन स्कीम कल से लागू होगी। जिसके तहत इलेक्ट्रिक वाहन कंपनियों को 3,72,215 इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए 500 करोड़ रुपए की सब्सिडी मिलेगी। जिसमें इलेक्ट्रिक टू व्हीलर, इलेक्ट्रिक थ्री व्हीलर (ई-रिक्शा/ई-कार्ट) और बड़े इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर शामिल हैं। नई स्कीम में इलेक्ट्रिक 4-व्हीलर्स को शामिल किए जाने की जानकारी फिलहाल नहीं दी गई है।
कंपनियां दे रही भारी डिस्काउंट
कुछ कंपनियां अपने इलेक्ट्रिक गाड़ियों को बेचने के लिए भारी डिस्काउंट दे रही हैं। उदाहरण के लिए, टॉर्क मोटर्स अपनी इलेक्ट्रिक बाइक क्रेटोस आर पर सबसे ज्यादा 37,500 रुपए तक का ऑफर दे रही है। वहीं टाटा मोटर्स अपनी कारों पर 3.15 लाख रुपए तक का डिस्काउंट दे रही है। नई योजना के तहत 1.50 लाख रुपए तक की कीमत वाले इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर पर सब्सिडी को घटाकर 5,000 रुपए प्रति केडब्लयूएच किया गया है। इससे पहले फेम नियमों के तहत मंत्रालय शुरुआत में कंपनियों को सभी तरह के इलेक्ट्रिक व्हीकल पर 15,000 रुपए प्रति केडब्लयूएच के हिसाब से सब्सिडी देता था।
सब्सिडी कैप 40 से 15 प्रतिशत कर दिया
एक्स-फैक्ट्री मूल्य की अधिकतम सब्सिडी कैप को भी 40% से घटाकर 15% कर दिया गया है, जो नई स्कीम में भी जारी रहेगा। कार एक्सपर्ट और यूट्यूबर, अमित खरे ने बताया कि कंपोनेंट्स के प्राइस पहले ही बढ़े हुए हैं और अब कंपनियों को सब्सिडी भी कम मिलेगी। EV कंपनियां अपनी गाड़ियों की कीमतों में इजाफा कर सकती हैं। फास्टर एडोप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल (FAME) योजना के तहत 2019 में केंद्र सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए इसे शुरू किया था। इसमें 800 करोड़ रुपए के अनुमानित निधि का उपयोग किया गया था।
डिमांड और सेल्स तेजी से बढ़ी
2022 में FAME-2 के लिए 10,000 करोड़ रुपए आवंटित किए गए थे। फेम-II में अब तक लगभग 12 लाख टू-व्हीलर, 141,000 थ्री-व्हीलर और 16,991 4-व्हीलर्स की बिक्री पर सब्सिडी दे चुकी है। फेम-II योजना के तहत 5,829 करोड़ रुपए से अधिक की सब्सिडी दी गई है। देश में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की डिमांड और सेल्स तेजी से बढ़ी है। खास तौर पर दोपहिया और तिपहिया सेग्मेंट में ज्यादा ग्रोथ देखने को मिली है। इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की कुल सेल्स 2023 में 15.30 लाख यूनिट तक पहुंच गई है, जो 2022 में 10.2 लाख थी। कंपनियों का कहना है कि सरकार FAME सब्सिडी के तीसरे फेज को बढ़ाती तो इससे इंडस्ट्री को ग्रोथ करने में मदद मिलती।
निर्माता इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर के मॉडल बढ़ा रहे
फाडा के प्रेसिडेंट मनीष राज सिंघानिया के अनुसार, पेट्रोल टू-व्हीलर निर्माता इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर के मॉडल बढ़ा रहे हैं। अभी इनकी हिस्सेदारी करीब 5% है। 2-3 साल में कई गुना बढ़ जाएगी। कीमतें भी घटकर पेट्रोल दोपहिया के करीब आ सकती हैं। आल्टियस ईवी-टेक के फाउंडर राजीव अरोरा के अनुसार, ई-दोपहिया की कीमत में 40% से ज्यादा लागत बैटरी की होती है। 5-6 माह में चाइनीज बैटरी की कीमतों में करीब 40% से 50% तक कमी आई है। इससे पूरी प्रोडक्ट की रेंज की कीमतें 15% तक घटा दी गई हैं।