हरियाणा के जिला रोहतक में चुनावी माहौल के बीच अब नर्सिंग एसोसिएशन ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। रोहतक पीजीआई की नर्सिंग एसोसिएशन ने गेट मीटिंग कर फैसला लिया है कि 28 दिसंबर को 2 घंटे के लिए वर्क सस्पेंड रहेगा। यदि फिर भी सरकार नहीं मानी तो बड़े स्तर पर प्रदर्शन हो सकता है। नर्सिंग एसोसिएशन ने 7200 अलाउंस, डी ग्रुप से सी कैडर करने की मांग को लेकर 15 से 20 दिसंबर तक काले बिल्ले लगाकर काम किया।
गौरतलब है कि कोरोना के नए वेरिएंट की दस्तक के साथ ही नर्सिंग एसोसिएशन ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, जो चिंता का बड़ा सबब बन सकता है। पिछले 5 दिनों से सरकार के खिलाफ काले बिल्ले लगाकर काम कर रही नर्सों ने वीरवार को पीजीआई में गेट मीटिंग कर बड़ा फैसला लिया है। नर्सिंग स्टाफ का कहना है कि वह 28 दिसंबर को विरोध स्वरूप 2 घंटे के लिए वर्क सस्पेंड रखेंगे। यही नहीं कोई भी नर्स उस दौरान काम नहीं करेगी। यह फैसला भी तब लिया जा रहा है, जब कोविड के नए वेरिएंट ने गुरुग्राम के जरिए हरियाणा में दस्तक दे दी है। ऐसे में नर्सो का प्रदर्शन सरकार के लिए मुसीबत बन सकता है।

नर्सिंग एसोसिएशन के जिला प्रधान विकास फौगाट का कहना है कि रोहतक पीजीआई में करीब 1200 नर्सिंग कैडर है। नर्सिंग एसोसिएशन की मांग है कि केंद्र की तर्ज पर उनके अलाउंस को 7200 किया जाए। उन्हें डी ग्रुप से बी ग्रुप कैडर में डाला जाए। एसोसिएशन के जिला प्रधान विकास फौगाट ने बताया कि सरकार से बार-बार गुहार लगाई गई, लेकिन उनकी मांगों की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि 28 दिसंबर को 2 घंटे वर्क सस्पेंड रहेगा। फिर भी सरकार नहीं मानी तो बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नर्स सिंह स्टाफ सबसे ज्यादा काम करने वाला और मेहनती स्टाफ है। सरकार जान बूझकर उनके हितों का शोषण कर रही है, इसलिए अब बर्दाश्त नहीं होगा और सरकार से आर पार की लड़ाई है।