मुंबई पर 26/11 के आतंकी हमलों में अब तक का सबसे बड़ा कबूलनामा सामने आया है। अमेरिका से प्रत्यर्पण के बाद भारत लाए गए पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक और यूट्यूबर तहव्वुर राणा ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की पूछताछ में यह स्वीकार कर लिया है कि वह हमले के दौरान मुंबई में मौजूद था और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI का एजेंट है।
NIA की पूछताछ में राणा ने मानी बड़ी बातें
राणा ने बताया कि—
- वह डेविड हेडली के साथ मिलकर लश्कर-ए-तैयबा के ट्रेनिंग सेशन में पाकिस्तान में हिस्सा ले चुका है।
- लश्कर एक जासूसी नेटवर्क की तरह काम करता है, जिसमें पाकिस्तान की सेना की पूरी साझेदारी है।
- 26/11 हमले की योजना ISI के साथ मिलकर बनाई गई थी।
मुंबई में खुद खोला इमिग्रेशन सेंटर, रेकी भी की
राणा ने कबूला कि उसने मुंबई में “फर्स्ट वर्ल्ड इमिग्रेशन सर्विसेज” नाम से एक ऑफिस खोला, ताकि हमले की तैयारियों को आसान बनाया जा सके।
- इसी ऑफिस को हमलावरों के लिए सुविधा केंद्र की तरह इस्तेमाल किया गया।
- छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (CST) जैसे टारगेट्स की खुद जाकर रेकी की।
- हमले से जुड़े लेन-देन को बिजनेस ट्रांजैक्शन दिखाकर छिपाया गया।
🧕 राज्य सरकार के निमंत्रण पर गया था केरल
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, सूचना के अधिकार (RTI) के तहत यह सामने आया है कि राणा केरल सरकार के निमंत्रण पर टूरिज्म प्रमोशन के लिए राज्य गया था।
- खुद पर्यटन मंत्री पीए मोहम्मद रियाज ने इसकी पुष्टि की।
- राणा समेत कई ब्लॉगर्स को केरल बुलाया गया था, जिनका खर्चा सरकार ने उठाया।
ISI से रिश्ते और खाड़ी युद्ध में तैनाती
राणा ने यह भी बताया कि—
- उसे खाड़ी युद्ध के समय पाकिस्तानी सेना ने सऊदी अरब में तैनात किया था।
- वह ISI से लंबे समय से जुड़ा हुआ था और उसे लश्कर के नेटवर्क में प्रशिक्षित किया गया था।
अब तक की कानूनी कार्यवाही
- राणा को 2009 में FBI ने अमेरिका के शिकागो में गिरफ्तार किया था।
- उस पर मुंबई हमले और डेनमार्क के कोपेनहेगन हमले में सपोर्ट मुहैया कराने का आरोप था।
- अमेरिका में लश्कर-ए-तैयबा को सहयोग देने का दोषी ठहराया गया।
- वह अब तक लॉस एंजिलिस के डिटेंशन सेंटर में बंद था।
- 10 अप्रैल 2024 को उसे भारत लाया गया।
- वर्तमान में वह NIA की न्यायिक हिरासत में है, जिसे 9 जुलाई तक बढ़ाया गया है।
तहव्वुर राणा: सेना का डॉक्टर, अब आतंकी मददगार
- 64 साल का राणा पाकिस्तानी मूल का है लेकिन कनाडा का नागरिक है।
- पहले पाकिस्तानी सेना में डॉक्टर था।
- फिर कनाडा जाकर इमिग्रेशन कंसल्टेंसी का बिजनेस शुरू किया।
- अमेरिका में उसने कई शहरों में फर्में खोलीं और हेडली के साथ आतंकी नेटवर्क को सहयोग देता रहा।
- वह 7 भाषाएं बोल सकता है और कई देशों की यात्रा कर चुका है।
मुंबई हमले की पृष्ठभूमि
26 नवंबर 2008 को लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने समुद्री मार्ग से मुंबई पहुंचकर 60 घंटे तक कहर बरपाया।
- 175 लोग मारे गए, जिनमें 9 आतंकी भी शामिल थे।
- 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
- सीएसटी, ताज होटल, ओबेरॉय, नरीमन हाउस जैसे प्रतिष्ठित स्थानों को टारगेट किया गया था।