हरियाणा के पुलिस अफसरों के खिलाफ एक अनोखा साइबर अपराध सामने आया है, जिसमें साइबर ठगों(Cyber thugs) ने पुलिस की IG (इंस्पेक्टर जनरल) और DIG (डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल) की फेक फेसबुक प्रोफाइल(fake profile) बना दी थी। उन्होंने इन फेक प्रोफाइल्स(fake profile) का उपयोग करके अपने परिचितों से संपर्क कर रुपए मांगने(demanded money) की कोशिश की।
इस अपराध का पता उस दिन चला, जब IG डॉ. राजश्री सिंह ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की और एक FIR दर्ज करवाई। डॉ. राजश्री ने अपने असली सोशल मीडिया अकाउंट्स पर इस घटना की सूचना दी और लोगों से आगाही दी कि उनके पास केवल एक ही अकाउंट है, जिस पर ब्लू टिक है। उन्होंने लोगों से अलर्ट दी कि अगर किसी अन्य अकाउंट से संपर्क हो, तो उसे नकारना चाहिए। मामले में साइबर अपराधियों ने IG और DIG की फोटो वाले फेक अकाउंट्स का उपयोग कर लोगों से विभिन्न तरीकों से पैसे मांगे।

वे लोगों को फेसबुक और वॉट्सऐप मेसेज के माध्यम से दिखावा करके धोखा देते थे कि वे पुलिस अधिकारी हैं और राशि भेजने के बाद धोखा पूरी करने का दावा करते थे। जब IG डॉ. राजश्री सिंह से इस विवादित मामले पर बात की गई, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके नाम से बनाई गई ये फेक फेसबुक ID हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे संबंधित पुलिस अफसर से केवल उनके असली अकाउंट पर संपर्क करें और किसी अन्य अकाउंट से पैसे न भेजें।
नंबर देकर लोगों से मांगे पैसे
साइबर अपराधियों ने बैंक खाता और मोबाइल नंबर देकर लोगों से पैसे मांगने का प्रयास किया। जब लोग उनके दिए गए मोबाइल नंबर को वॉट्सऐप पर चेक करते, तो वहां भी उस अधिकारी की फोटो लगी होती थी, जिससे वे धोखे में पड़ जाते। डॉ. राजश्री सिंह ने इस मामले पर कार्रवाई की और सामाजिक सुरक्षा को लेकर लोगों को सचेत किया।

आईजी ने लोगों से की अपील, रहे सावधान
उन्होंने बताया कि साइबर अपराधियों ने इन फेक अकाउंट्स का उपयोग कर लोगों को धोखा देने का काम किया है और लोगों से धन लूटने की कोशिश की है। हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन में तैनात IG डॉ. राजश्री सिंह ने लोगों से अपील की है कि वे सावधान रहें और किसी भी अनजाने अकाउंट से पैसे न भेजें। अगर कोई भी व्यक्ति उनसे पैसे मांगने की कोशिश करे, तो उससे संपर्क करने से पहले एक बार उन्हें कॉल पर संपर्क करना चाहिए।