Karnal के मुनक गांव में एक युवक के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। इस मामले में, एक युवक को विदेश भेजने के नाम पर 35 लाख रुपए ठग लिए गए हैं। विदेश में उसके साथ बुरी तरह से व्यवहार किया गया और फिर भारत लौटने के लिए भी उससे 10 लाख रुपए की मांग की गई।
पीड़ित के परिजनों का आरोप है कि विदेश में बैठे एजेंट्स भारतीय युवाओं को जबरन रूस की आर्मी में भर्ती करवा रहे हैं।आरोपियों को रूस की सरकार द्वारा प्रति व्यक्ति दो लाख रुपए मिलते हैं, क्योंकि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध है और वहां के एजेंट्स भारतीय युवाओं को युद्ध में शामिल करने का काम कर रहे हैं। पीड़ित युवक के परिजनों ने पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर एक महिला सहित 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गांव मुनक के निवासी श्यामलाल को एक ऐसे आदमी राजकुमार ने धोखे से विदेश भेजने का प्रस्ताव दिया। राजकुमार ने श्यामलाल के बेटे को जर्मनी भेजने का वादा किया और महीने के 2.50 लाख रुपए कमाने का सपना दिखाया। इसके अलावा, वह जर्मनी का वर्क परमिट भी दिलाने की बात कही। श्यामलाल ने राजकुमार की बातों में आ गया और अपने बेटे को जर्मनी भेजने का फैसला किया। उसने 3 लाख रुपए पहले ही दे दिए।
मॉस्को की टिकट की बजाय बैंकॉक थाईलैंड की थमाई
बाद में बात सामने आई कि मॉस्को की फ्लाइट रद्द हो गई है, इसलिए अब राशिया के लिए टिकट किए जाएंगे। श्यामलाल ने अपने बेटे के साथ दिल्ली एयरपोर्ट की ओर रवाना हुआ, लेकिन फिर उन्हें धोखा हुआ। मुकेश को मॉस्को की टिकट की बजाय बैंकॉक थाईलैंड की टिकट दे दी गई और बताया कि थाईलैंड से मॉस्को की फ्लाइट से आगे भेज दिया जाएगा। लेकिन वास्तव में, मुकेश को जर्मनी का वर्क परमिट और वीजा दिलाने का वादा किया गया।
रूस की आर्मी में जबरन भर्ती
वहीं मुकेश को थाईलैंड में धोखा दिया गया, जहां से उसके साथियों ने उससे 8 लाख रुपए की मांगने के लिए और 10 लाख रुपए की मांग की गई। दावा किया जा रहा है कि विदेश में बैठे एजेंट्स भारतीय युवाओं को रूस की आर्मी में जबरन भर्ती करवा रहे हैं। यहां तक कि रूस सरकार भी ऐसे एजेंट्स को लाखों रुपए दे रही है, ताकि युद्ध के बीच भारतीय युवाओं को शामिल किया जा सके। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।