मुंबई के बांद्रा ईस्ट इलाके में NCP (अजित पवार गुट) के नेता और महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के पीछे गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का हाथ होने का खुलासा हुआ है। मुंबई पुलिस से जुड़े सूत्रों ने जानकारी दी है कि हत्या में शामिल शूटर, लॉरेंस बिश्नोई के सहयोगी रोहित गोदारा गैंग से जुड़े हुए हैं। हालांकि, मुंबई पुलिस ने अब तक किसी गैंगस्टर की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है, लेकिन हत्या के मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है, जिसमें हत्या और आर्म्स एक्ट जैसी गंभीर धाराएं शामिल हैं।
आरोपियों के विदेशी कनेक्शन
हत्या के आरोप में गिरफ्तार किए गए शूटरों ने विदेशी नंबरों पर बातचीत की थी और लगातार रेकी से जुड़ी हर जानकारी अपने आकाओं तक पहुंचा रहे थे। पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार दो आरोपियों ने खुद को लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़ा बताया है। 66 वर्षीय बाबा सिद्दीकी पर शनिवार रात उनके बेटे, विधायक जीशान सिद्दीकी के बांद्रा ईस्ट स्थित कार्यालय के बाहर हमला किया गया था, और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
आरोपियों की पहचान और प्लानिंग
मुंबई क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार शूटरों की पहचान हरियाणा के करनैल सिंह और उत्तर प्रदेश के धर्मराज कश्यप के रूप में हुई है। दोनों ही लंबे समय से लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह से जुड़े हुए थे। अधिकारियों ने जानकारी दी कि आरोपियों ने पिछले 25 दिनों से इलाके की रेकी की थी और हत्या की योजना बनाई थी।
तीसरा और चौथा आरोपी पुलिस के निशाने पर
मुंबई क्राइम ब्रांच के अनुसार, तीसरा आरोपी, जिसने शूटरों को ऑटो रिक्शा से लेने पहुंचा था, पुलिस की जांच के दायरे में है। वहीं, पुलिस मान रही है कि हत्या में चार लोग शामिल हो सकते हैं, क्योंकि किसी ने सिद्दीकी के बारे में जानकारी शूटरों तक पहुंचाई होगी। पुलिस अब चौथे आरोपी की भी तलाश कर रही है। हत्या के वक्त इस्तेमाल किए गए रूट का कॉल डंप निकाला जा रहा है और घटना से ठीक पहले के सभी फोन रिकॉर्ड्स की जांच की जा रही है।