Delhi विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी (AAP) को एक बड़ा राजनीतिक झटका लगा है। शुक्रवार को AAP से इस्तीफा देने वाले 8 विधायकों ने शनिवार को दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया।
AAP में बड़ी टूट
दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने हैं और परिणाम 8 फरवरी को घोषित होंगे, लेकिन इससे पहले बीजेपी ने AAP में बड़ी टूट का फायदा उठाया है। इन 8 विधायकों ने आम आदमी पार्टी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे और पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
इस्तीफा देने वाले विधायक:
इन विधायकों में शामिल हैं:
- राजेश ऋषि – जनकपुरी विधायक
- नरेश यादव – महरौली विधायक
- भावना गौड़ – पालम विधायक
- रोहित महरौलिया – त्रिलोकपुरी विधायक
- बीएस जून – बिजवासन विधायक
- मदन लाल – कस्तूरबा नगर विधायक
- पवन शर्मा – आदर्श नगर विधायक
- गिरीश सोनी – मादीपुर विधायक
नाराजगी का कारण
बताया जा रहा है कि इन सभी विधायकों ने पार्टी से टिकट न मिलने के कारण नाराजगी व्यक्त की थी, जिसके बाद उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। सभी ने अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया और स्पीकर को पत्र लिखकर विधानसभा की सदस्यता भी छोड़ दी।
AAP की मुसीबतें बढ़ीं
इस घटनाक्रम से आम आदमी पार्टी के सामने एक बड़ा सियासी संकट खड़ा हो गया है। पार्टी की इस टूट के बाद दिल्ली में चुनावी समीकरण बदल सकते हैं, जिससे पार्टी के लिए आगे की राह कठिन हो सकती है।