पंजाब के किसानों ने 14 दिसंबर को Shambhu Border से दिल्ली की ओर कूच करने का ऐलान किया है। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस फैसले की जानकारी दी। इससे पहले, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने शंभू-खनौरी बॉर्डर खोलने की याचिकाओं को खारिज कर दिया, जिससे किसानों के आंदोलन को और मजबूती मिली है।
डल्लेवाल की तबीयत बिगड़ी, मरणव्रत 15वें दिन में दाखिल
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का मरणव्रत 15वें दिन में पहुंच गया है। उनकी हालत गंभीर है, किडनी और लिवर पर असर पड़ रहा है, और वजन 11 किलो कम हो गया है। डॉक्टरों के मुताबिक, ब्लड प्रेशर 124/95 और पल्स 87 है। डल्लेवाल ने इसे आर-पार की लड़ाई बताया है और किसानों से संघर्ष तेज करने का आह्वान किया है।
आंसू गैस और पेपर स्प्रे का असर अभी भी बरकरार
किसानों ने शंभू बॉर्डर पर सफाई अभियान चलाया। पंधेर का कहना है कि पुलिस द्वारा छोड़े गए आंसू गैस के गोले का असर अब भी महसूस हो रहा है। किसानों ने गंदगी साफ करने के साथ डल्लेवाल की सेहत के लिए 11 दिसंबर को गांवों के धार्मिक स्थलों पर अरदास करने की योजना बनाई है।
बैरिकेडिंग उखाड़ने से झड़प, दिल्ली कूच पर अड़े किसान
6 दिसंबर को किसानों ने दिल्ली कूच की कोशिश की। पुलिस द्वारा बनाई गई तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था को किसानों ने तोड़ दिया। बैरिकेडिंग, कंटीले तार और सीमेंट में लगी कीलें उखाड़ कर घग्गर नदी में फेंक दी गईं। पुलिस ने रोकने के लिए आंसू गैस के गोले और पेपर स्प्रे का इस्तेमाल किया। इस झड़प में 8 किसान घायल हो गए।
14 दिसंबर को बड़ा प्रदर्शन
घटनाओं के बीच किसान अब 14 दिसंबर को दिल्ली की ओर कूच करने की तैयारी कर रहे हैं। आंदोलन को तेज करने के लिए किसानों ने मंच से अधिक से अधिक लोगों से धरना स्थल पर आने की अपील की है। किसान नेताओं का दावा है कि यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं।