सिनेमाघरों में आज क्लैश हुई दो बड़े फिल्मस्टार्स की फिल्म, रीलिज होने से पहले ही एडवांस बुकिंग ने तोडे सारे रिकॉर्ड

मनोरंजन

‘गदर 2’ और ‘ओएमजी 2’ एक ही दिन यानि आज सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही हैं। बॉलीवुड के सुपरस्टार अक्षय कुमार की फिल्म ‘ओएमजी 2’ और सनी देओल की फिल्म ‘गदर 2’ दोनों ही फिल्में आज बड़े पर्दे पर नजर आएंगी।

कौनसी मूवी तोड़ेगी रिकॉर्ड ?

बॉक्स ऑफिस पर हाल ही में रिलीज हुई फिल्में डायरेक्टर्स की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई, ऐसे में अब डायरेक्टर इस बात को लेकर परेशान है कि आगे आने वाली फिल्में उम्मीद के मुताबिक कितनी कमाई कर पाएंगी । अगर हम ‘गदर 2’ की बात करें तो इस मूवी का दर्शक बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे है वहीं अब ट्रेड एनालिस्ट का मानना है कि ये मूवी शाहरुख खान की फिल्म ‘पठान’ का रिकॉर्ड तोड़ सकती है।

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 ‘गदर-2’ ने रचा इतिहास, एडवांस बुकिंग में बिके 20 लाख टिकट

गदर 2 आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। फिल्म ने रिलीज से पहले ही एडवांस बुकिंग से शानदार कमाई कर ली है। सनी देओल और अमीषा पटेल की फिल्म गदर 2  फिल्म का फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। ट्रेलर के बाद से फिल्म को लेकर एक्साइटमेंट लोगों में साफ नजर आ रही थी। फिल्म की एडवांस बुकिंग जैसे ही शुरू हुई थी लोगों ने पहले से ही टिकट बुक करके रख ली थी। सनी देओल की फिल्म गदर 2 ने एडवांस बुकिंग के मामले में इतिहास रच दिया है। डायरेक्टर अनिल शर्मा ने एडवांस बुकिंग को लेकर जानकारी दी है।

22 साल लोगों ने किया इंतजार

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सनी देओल और अमीषा पटेल की गदर का सीक्वल 22 साल बाद आ रहा है। 22 सालों तक लोगों ने गदर 2 का इंतजार किया है। फिल्म में उत्कर्ष शर्मा भी नजर आए हैं। उन्होंने ही गदर में जीते के बचपन का किरदार निभाया था।

दो फिल्मों का हुआ क्लैश

गदर 2 का क्लैश अक्षय कुमार की ओएमजी 2 से हुआ है। दोनों ही फिल्मों से लोगों को उम्मीद है। गदर 2 और ओएमजी 2 का सब्जेक्ट एक-दूसरे से बिल्कुल अलग है जिसकी वजह से लोग दोनों ही फिल्में देखना चाहते हैं।

बदलते समय की सच्ची पुकार है ‘ओएमजी 2’

फिल्म ‘ओएमजी 2’ बदलते समय की सच्ची पुकार है। जो सत्य है वही सुंदर है जो सुंदर है वही शिव है। सत्यम् शिवम् सुंदरम् की अवधारणा भी यही है। बहुत हल्ला मचता है जब हम नकली समाज की नकली कहानियों पर बनी नकली फिल्में देखते हैं।जिनमें दर्शकों को सोचने की दिशा बदलने जैसी कोई बात नहीं होती है और जब बात होती है तो ‘ओएमजी 2’ जैसी फिल्में बनती हैं। जिनकी रिलीज के लिए इनके निर्माताओं को पापड़, पूड़ी, पराठे सब बेलने पड़ते हैं।

फिल्म को ‘केवल वयस्कों के लिए’ जैसा प्रमाण पत्र देने की जरूरत भी कतई नहीं है। फिल्म सभी किशोरों को देखनी चाहिए और हो सके तो तमाम स्कूलों को अपने आठवीं कक्षा के बाद के सारे बच्चों को ये फिल्म समूह में ले जाकर दिखानी चाहिए।