भाजपा के उम्मीदवार(BJP Candidate) बंतो कटारिया(Banto Kataria) को हरियाणा(Haryana) की अंबाला लोकसभा सीट से विरोध का सामना करना पड़ा। उन्होंने मोहड़ा गांव में प्रचार के लिए जाने का फैसला किया था, लेकिन जैसे ही उन्होंने गांव पहुंचे, किसानों का विरोध शुरू हो गया और गांव में घुसने पर रोक(Ban) लगा दी। किसानों ने विरोध के रूप में काले झंडे(Black Flag) भी लहराए।
बता दें कि विरोध बढ़ते देखते हुए पुलिस को नजर रखनी पड़ी और बंतो के काफिले को सुरक्षित बाहर निकालना पड़ा। इसके साथ ही पूर्व विधायक राजबीर बराड़ा, भाजपा जिला अध्यक्ष मनदीप राणा जैसे भाजपा के अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। बंतो कटारिया को 2 हफ्ते पहले अंबाला सिटी में भी विरोध का सामना करना पड़ा था। उन्हें सवाल पूछे जाने पर भी वे बस हाथ जोड़कर खड़े रहे। इसके अलावा हिसार लोकसभा सीट में भी भाजपा के उम्मीदवार रणजीत सिंह चौटाला के खिलाफ किसानों का विरोध हुआ। वे चौटाला के प्रोग्राम में पहुंचने से पहले ही पुलिस द्वारा रोक लिए गए।

किसान नेता सतीश बूरा ने कहा कि वे विरोध की तैयारी में थे। रणजीत सिंह चौटाला के आने से पहले ही हांसी सदर थाना पुलिस ने उनको नजरबंद कर लिया। विपक्षी दल के नेता दिग्विजय चौटाला ने अपने पत्नी नैना चौटाला के प्रचार कार्यक्रम के दौरान पथराव की खबरों पर अपने विरोध का अभिव्यक्ति किया। उन्होंने कहा कि यह गलत है और चुनावी माहौल को शांतिपूर्ण बनाना चाहिए। अनिल विज ने भी इस मामले पर राय दी कि चुनाव प्रक्रिया को शांतिपूर्ण बनाए रखना चाहिए।